प्रवर्तन निदेशालय ने योगेश देशमुख नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। योगेश शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक का खास माना जाता है। उस पर लंबे समय से केंद्रीय जांच एजेंसी की दृष्टि थी। योगेश देशमुख मुंबई से सटे कल्याण के बड़े भवन निर्माता हैं।
जिस योगेश देशमुख को गिरफ्तार किया गया है उस पर नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) घोटाले में संलिप्तता का आरोप है। लगभग महीने भर पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 112 भूखंड जब्त किये थे। ये सभी भूखंड एनएसईएल घोटाले से संबंधित प्रकरण में जब्त किये गए हैं। अब योगेश देशमुख को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घपले में 5,600 करोड़ रुपए के मनी लॉंडरिंग का भी आरोप है। यह प्रकरण उस समय सामने आया था जब आस्था समूह ने निवेशकों के पैसे लौटाने बंद कर दिये।
घर पर भी ईडी मार चुकी है छापा
16 मार्च को ईडी ने योगेश देशमुख के गोदरेज हिल परिसर में स्थित बंगले पर छापा मारा था। यह छापा टिटवाला के गुरवली में 78 एकड़ भूखंड की खरीद से संबंधित मामले की जांच में मारा गया था। जानकारी के अनुसार समय योगेश देशमुख निजी अस्पताल में कोरोना का इलाज करा रहे थे। घर पर मौजूद योगेश देशमुख की पत्नी ने उस समय हंगामा किया था।
भाजपा नेता ने भी लगाए थे गंभीर आरोप
दिसंबर 2020 में भाजपा नेता किरिट सोमैया ने प्रताप सरनाईक और उनके सहयोगियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उन्होंने अपने आरोप में कहा था कि ईडी द्वारा भूखंड अटैच किये जाने के बाद भी सरनाईक ने उन भूखंडों को बेंच दिया है। इसके इलावा आस्था समूह के संचालक और प्रताप सरनाईक पर 100 करोड़ रुपए एनएसईएल से डाइवर्ट किये जाने का आरोप भी लगाया था।
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सरनाईक के सहयोगियों पर कोप
प्रताप सरनाईक के एक अन्य सहयोगी पर भी इसके पहले ईडी की कोप दृष्टि पड़ चुकी है। अमित चंदोले को 25 नवंबर 2020 को ईडी ने टॉप्स ग्रुप से संबंधित मामले में गिरफ्तार किया था।