प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में दो चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की पहचान लुओ सांग और कार्टर ली के रूप में हुई है। ये दोनों राजधानी दिल्ली में रहकर चीन की कंपनियों के लिए हवाला रैकेट का कारोबार कर रहे थे। इन पर भारत सरकार को करोड़ों का नुकसान पहुंचाने का आरोप है। फिलहाल इन्हें 14 दिन की ईडी हिरासत में भेज दिया गया है।
नकली पासपोर्ट बरामद
42 वर्ष के पेंग के पास से एक नकली भारतीय पासपोर्ट बरामद किया गया है। इन दोनों पर फर्जी कंपनियां बनाकर उनका उपयोग मनी लॉन्ड्रिंग के लिए करने का आरोप है। इन कंपनियों का इस्तेमाल ये भारत से चीन और चीन से भारत पैसे भेजने के लिए करते थे।
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पहले भी हुई थी गिरफ्तारी
पेंग को 2018 में दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया था। उससे मिली जानकारी के आधार पर चार्ली पेंग के ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग ने अगस्त 2020 में छापेमारी की थी। उसके बाद ईडी ने भी मामले में जांच शुरू की थी। बाद में उससे पूछताछ के आधार पर इनकम टैक्स ने कुछ चीनी नागरिकों और उनके स्थानीय सहयोहियों के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। इन सब पर कुल मिलाकर 1,000 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का शक है। इसके लिए ये अलग-अलग बैंकों में 10 खातों का इस्तेमाल करते थे।