महाराष्ट्रः ईडी ऐसे कस रही है नाथाभाऊ की नथ!

14 दिन की क्वारंटाइन खत्म होने के बाद अब उन्हें ईडी के सामने पेश होना है। इस बीच नाथा भाऊ के नाम से मशहूर खडसे के लिए बुरी खबर यह है कि इतने दिनों में ईडी ने उनके खिलाफ काफी सबूत जुटा लिए हैं। ईड ने एड. असीम सरोदे  से भी खडसे से संबंधित दस्वावेज प्राप्त कर लिए हैं।

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भारतीय जनता पार्टी की राजनीति से तंग आकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो जानेवाले महाराष्ट्र के दबंग ओबीसी नेता एकनाथ खडसे की मुश्किलें पीछा छोड़ने का नाम नही ले रही हैं। ईडी ने उनकी जांच-पड़ताल के लिए जबर्दस्त तैयारी की है। उन्हें 30 दिसंबर को पूछताछ के लिए कार्यालय में बुलाया गया था, लेकिन उससे पहले ही वो कोरोना महामारी की चपेट में आ गए और उनसे पूछताछ कुछ दिनों के लिए टल गई। टेस्ट में वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए। 14 दिनों तक क्वारंटाइन रहने के बाद वे कोरोना की चपेट से तो बच गए लेकिन ईडी के चंगुल में फंसते दिख रहे हैं। अब 15 या 16 जनवरी को उन्हें ईडी कार्यालय में पेश होने की संभावना है। इस बीच ईडी उनके खिलाफ ठोस सबूत जुटाने में जुटी हुई है।

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ईडी के शिकंजे में शिसेना के कई नेता
पिछले कुछ महीनों से राज्य के कई नेताओं पर ईडी का शिकंजा कस रहा है। शिवसेना के विधायक प्रताप सरनाईक और सांसद संजय राऊत के बाद अब पार्टी के तीसरे नेता पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है। इनके साथ ही एनसीपी नेता एकनाथ खड़से भी ईडी की चपेट में आते दिख रहे हैं।

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15 या 16 जनवरी को होगी पूछताछ
14 दिन की क्वारंटाइन खत्म होने के बाद अब उन्हें ईडी के सामने पेश होना है। इस बीच नाथा भाऊ के नाम से मशहूर खडसे के लिए बुरी खबर यह है कि इतने दिनों में ईडी ने उनके खिलाफ काफी सबूत जुटा लिए हैं। ईड ने एड. असीम सरोदे  से भी खडसे से संबंधित दस्वावेज प्राप्त कर लिए हैं। यह जानकारी एड. सरोदे ने खुद दी है।

भूखंड खरीदी में पद के दुरुपयोग का आरोप
एकनाथ खडसे पर पुणे के पास भोसरी में भूखंड खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोप हैं। यहां के सर्वे क्रमांक 52/2अ/2 में तीन एकड़ भूखंड उनकी पत्नी मंदाकिनी खडसे और दामाद गिरीश चौधरी के नाम पर खरीदी गई थी। इस भूखंड को तीन करोड़ 75 लाख रुपए में अब्बास उकानी नामक शख्स से खरीदी गई थी। जबकि इसकी बाजार में कीमत 40 करोड़ के करीब है। पुणे के उपनिबंधक कार्यालय में इसके लिए स्टैंप ड्यूटी एक करोड़ 37 लाख रुपए जमा किए गए थे। इस भूखंड के सात बारह एमआईडीसी के नाम पर था। खडसे पर इस भूखंड खरीदी में अपने पद का दुरुपयोग किए जाने के आरोप लगाए गए हैं।

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ईडी जुटा रही है सबूत
ईडी भोसरी भूखंड घोटाला मामले में भी जांच करनेवाली है। इसके लिए ईडी ने जरुरी सबूत जुटाने शुरू किए हैं। इसी क्रम में सामाजिक कार्यकर्ता अंजली दमानिया ईडी कार्यालय पहुंची थीं। बता दें कि दमानिया ने खडसे के खिलाफ शिकायत की थी। बताया जाता है कि दमानिया ने ईडी को खडसे के विरुद्ध कई सबूत दिए हैं।

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