अयोध्या राम मंदिर के लिए किस-किस ने खोली अपनी तिजोरी.. जानिए!

राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत 14 जनवरी को की गई । इसका शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की है। उन्होंने राम मंदिर के सबसे पहले पांच लाख और एक सौ रुपए का चंदा दिया और इस अभियान को हरी झंडी दिखाई।

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अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान का शुभारंभ हो गया है। उसके बाद से देश भर के लोग इस निधि में दिल खोलकर श्रद्धा से दान दे रहे हैं। इस अभियान के तहत दान देनेवालों में आम और खास सभी लोग शामिल हैं। उनमें गुजरात के हीरा व्यापारी गोविंदभाई ढोलकिया का भी नाम जुड़ गया है। उन्होंने समर्पण निधि में 11 करोड़ रुपए दान देकर भगवान श्री राम के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था का परिचय दिया है।

सूरत के हीरा व्यापारी हैं ढोलकिया
सूरत के हीरा कारोबारी गोविंदभाई हर साल दिवाली के मौके पर खबरों में रहते हैं। वो अपने सैकड़ों कर्मचारियों और उनके परिवार वालों को बड़े-बड़े और कीमती उपहार देते हैं। एक बार वे कंपनी के खर्चे पर अपने कर्मचारियों को 10 दिन के टूर पर ले गए थे। इसके आलावा उन्होंन अपने स्टाफ को कार उपहार में दी थी। वे डायंड कंपनी श्रीरामकृष्णा एक्सपोर्ट्स के संस्थापक हैं।

14 जनवरी से अभियान का शुभारंभ
राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत 14 जनवरी को की गई । इसका शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की है। उन्होंने राम मंदिर के सबसे पहले पांच लाख और एक सौ रुपए का चंदा दिया और इस अभियान को हरी झंडी दिखाई।

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इन्होंने भी दिया दान
उनके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी इस अभियान में एक लाख रुपए का दान दिया है। उन्होंने यह चंदा दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन में वीएचपी के विभाग प्रचारक सुभाष चंद्रा को दिया। इनके आलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक लाख रुपए का चंदा दिया है। उन्होंने वीएचपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री विनयाक राव देशमख को एक लाख रुपए का चेक दिया है।

योगी और उद्धव ठाकरे भी दानदाताओं में शामिल
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख रुपए और  महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने 11 करोड़ रुपए का दान मंदिर निर्माण के लिए दिया है।

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इकबाल अंसारी ने भी दिया चंदा
राम मंदिर निर्माण के लिए मो. इकबाल अंसारी ने भी चंदा दिया है। उनके पिता हाशिम अंसारी बाबरी मस्जिद की दावेदारी के पर्याय रहे हैं। हालांकि 9 नवंबर 2019 को उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद विवाद को पीछे छोड़ दिया था। वे सद्भाव दिखा रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि लोगों को धार्मिक विवाद में नहीं उलझना चाहिए।

27 फरवरी तक चलाया जाएगा अभियान
धन संकलन का यह अभियान 27 फरवरी तक पूरे देश में चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत पांच लाख से ज्यादा गांवों के 12 करोड़ से ज्यादा परिवारों से संपर्क कर उनसे चंदा मांगा जाएगा। अभियान के तहत राम मदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस देश भर में धन जमा करने में जुटे हैं। ये अभियान करीब डेढ़ महीने तक चलेगा।

2019 मेे किया गया ट्रस्ट का गठन
बता दें कि नवंबर 2019 में राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद सरकार ने रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया था और इसके न्यासियों की नियुक्ति की गई थी। यही ट्रस्ट मंदिर निर्माण का कार्य देख रहा है। कोरोना वायरस के संकट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर का शिलान्यास किया था।

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