बिहार में भागलपुर जिले के ततारपुर थाना क्षेत्र स्थित काजवलीचक मोहल्ले में 3 मार्च की रात पटाखा बनाने वाले आतिशबाज के घर में हुए बम विस्फोट की घटना में नौ लोगों की मौत और 11 लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि भागलपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बाबूराम ने बातचीत में 5 लोगो के शव मिलने और 11 लोगों के मायागंज अस्पताल में भर्ती होने की बात कही है।
एसएसपी बाबू राम ने 4 मार्च को बताया कि प्रारंभिक जांच में बम बनाते समय धमाका होने की बात सामने आई है। जिस घर में धमाका हुआ, उसमें शीला देवी और लीला देवी रहती थीं। दोनों गोतनी हैं। धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि आसपास के दो और मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा कुछ और घरों को भी नुकसान पहुंचा है।
आधा किमी दूर जाकर गिरा मलबा
एसएसपी ने बताया कि मकान का मलबा आधा किलोमीटर दूर तक जा गिरा। धमाका शांत होने के बाद लोगों की भीड़ जुटी और लोगों की खोजबीन शुरू हुई। पांच लोगों के शव को मलबे से बरामद किया गया है। जबकि 11 घायलों को उपचार के लिए मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रात को एक बजे करीब जेसीबी मंगाई गई और मलबा हटाने का काम शुरू किया गया।
थर्रा उठा पूरा गांव
मलबा में शव के दबे होने की आशंका भी जताई जा रही है। सारा मलबा साफ होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।यहां पटाखे बनाने के लिए विस्फोटक रखा गया था। विस्फोट इतना भयावह था कि आसपास का इलाका थर्रा उठा। लोगों को भूकंप के झटके जैसा महसूस हुआ। विस्फोट की वजह से तातारपुर चौक और घंटाघर के आसपास तक लोग घर से बाहर निकल आए। घटना के काफी देर बाद तक बारूद की गंध पूरे शहरी इलाके में फैलती रही।
14 साल पहले भी हुआ था ऐसा
बता दें कि काजवलीचक में 14 साल बाद यह विस्फोट की घटना हुई है। काजवलीचक मोहल्ले के जिस जगह 3 मार्च की रात विस्फोट हुआ, उसी जगह 2008 में भी विस्फोट हुआ था। उस घटना में तीन लोगों की मौत हुई थी। साथ ही कई लोग घायल भी हुए थे।