पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित मवेशी तस्करी मामले में राज्य के बाहुबली नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बेहद खास बीरभूम तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल को सीबीआई ने 11 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया है। दूसरी ओर उनके लिए फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट बनाने वाले डॉक्टर चंद्रनाथ अधिकारी असुरक्षा बोध में जी रहे हैं। 11 अगस्त को उन्होंने बताया कि गुरुवार, 11 अगस्त ही से उन्होंने सात दिनों की छुट्टी ली है। उन्होंने कहा कि मैं शारीरिक और मानसिक तौर पर काफी परेशान हूं। इसके साथ ही असुरक्षा बोध भी हो रहा है इसीलिए सात दिनों के लिए छुट्टी ली है।
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यह है मामला
दरअसल गत 8 अगस्त के बाद 10 अगस्त को सीबीआई ने अणुव्रत मंडल को पूछताछ के लिए कोलकाता के सीजीओ कंपलेक्स स्थित दफ्तर में बुलाया था लेकिन वह नहीं आए थे। इस बीच 9 अगस्त को बोलपुर महकमा अस्पताल से डॉक्टर चंद्रनाथ अधिकारी के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम उनके घर गई थी और सफेद कागज पर उन्हें बेड रेस्ट का सर्टिफिकेट दिया था।
बाद में 9 अगस्त को चंद्रनाथ ने खुद ही इस बात का खुलासा किया था कि मंडल ठीक हैं और उन्हीं के कहने पर उन्हें बेड रेस्ट का परामर्श सफेद कागज पर दिया हूं। इसके बाद से लगातार उन पर सवाल खड़े हो रहे थे। दिन भर वे मीडिया में छाए रहे और 11 अगस्त को जब सीबीआई ने अणुव्रत को गिरफ्तार कर लिया, तब उनकी खबर ली गई तो पता चला कि वे छुट्टी लेकर एक हफ्ते के लिए अस्पताल से कहीं और चले गए हैं।
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