क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में अरेस्ट 21 वर्षीय दिशा रवि को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उसे 14 फरवरी को दिल्ली की एक अदालत में पेश किया गया। स्पेशल सेल के साइबर सेल की टीम ने उसकी 7 दिनों की पुलिस रिमांड मांगी थी, लेकिन पटियाला हाउस कोर्ट ने पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड दी। स्पेशल सेल अब दिशा रवि से गहन पूछताछ कर इस साजिश में शामिल अन्य लोगों के गिरेबान तक पहुंचने की कोशिश करेगी। इस मामले में जल्द ही कुछ और महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
Delhi Police Cyber Cell arrested 21-year-old climate activist Disha Ravi from Bengaluru on 13th February for her alleged role in spreading 'toolkit' related to farmers protest
— ANI (@ANI) February 14, 2021
रवि दिशा पर ये आरोप
फिलहाल पुलिस ने अब तक की जानकारी के आधार पर दिशा रवि पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस का कहना है कि दिशा खालिस्तीन आंदोलन को दोबारा खड़ा करने की साजिश रच रही थी। इसके साथ ही वह भारत सरकार के खिलाफ बड़ी साजिश का हिस्सा थी। इसने टूलकिट को एडिट किया, जिसमें हजारों लोग शामिल हैं। यह खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू से प्रभावित है। इसने 3 फरवरी को टूलकिट एडिट किया था।
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दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैंपेन की फाउंडरों में से एक
दिशा रवि पर आरोप है कि उसने गणतंत्र दिवस पर हिंसा को लेकर स्ट्राइक के लिए बनाई गई टूलकिट को एडिट किया था। उसमें कुछ चीजें जोड़ीं और उसे आगे सर्कुलेट किया। मिली जानकारी के अनुसार दिशा रवि फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैंपेन की फाउंडरों में से एक है। 4 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने टूलकिट को लेकर केस दर्ज किया था।
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मोबाइल जब्त लेकिन डाटा डिलीट
फिलहाल दिल्ली पुलिस ने दिशा रवि का मोबाइल जब्त कर लिया है, लेकिन डाटा डिलीट किए जाने की जानकारी मिल रही है। इस वजह से दिशा की गतिविधियों के बारे में जानकारी मिलने में मुश्किलें आ रही हैं।
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शांतनु और निकिता की तलाश
पुलिस का कहना है कि इस मामले में शांतनु और निकिता को गिरफ्तार किया जाना है। बता दें कि दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने बेंगलुरू से गिरफ्तार किया है। इसके बाद 14 फरवरी को उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया।
दिशा रवि ने माना
दिशा का कहना है कि उसने मात्र दो लाइन एडिट किया था। दिशा ने माना है कि उसने किसान आंदोलन को सपोर्ट किया था, क्योंकि वे हमारे अन्नादाता हैं और वो उनके आंदोलन से प्रभावित थी।
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दिल्ली पुलिस ने दी जानकारी
दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन ने बताया था कि सोशल मीडिया की मॉनिटरिंग के दौरान टूलकिट पाया गया था। इसके राइटर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें प्रायर एक्शन प्लान नाम का एक सेक्शन था, जिसमें किसान आंदोलन के दौरान क्या करना है, इसकी विस्तार से जानकारी दी गई थी।
ग्रेटा थनबर्ग ने किया था किसान आंदोलन का समर्थन
बता दें कि हाल ही में स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन किया था। उन्होंने ट्विटर पर टूलकिट भी पोस्ट किया था। इसमें भारत को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने के लिए आंदोलन से संबंधित वीडियो, फोटो, ट्विटर, हैशटैग, टैगिंग अकाउंट की लिस्ट समेत अन्य सामग्री मौजूद थी।
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ग्रेटा ने ये लिखा था
ग्रेटा ने अपने टूल किट का जिक्र करते हुए लिखा था कि यदि आप भी मदद करना चाहते हैं तो यह रहा टूलकिट। दिल्ली पुलिस 26 जनवरी को लाल किले में हुई हिंसा और टूलकिट मामले की जांच सरगर्मी से कर रही है। बता दें कि ग्रेटा थनबर्ग के आलावा अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना और मिया खलीफा जैसी हस्तियों ने भी किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया था।
क्या है टूलकिट?
टूलकिट में ट्विटर के जरिए किसी अभियान को ट्रेंड कराने से संबंधित गाइडलाइंस और अन्य मैटरियल्स होते हैं। इसमें आंदोलन से संबंधित वीडियो, फोटो, ट्विटर , हैशटैग, टैगिंग अकाउंट की लिस्ट समेत अन्य सामग्री मौजूद रहती हैं। इसमें तारीख और समय तय होता है,ताकि एक साथ उसे हैशटैग के ट्विटर पर ट्रेंड कराया जा सके और संबंधित पक्ष के खिलाफ माहौल बनाया जा सके।