पंजाब (Punjab) की मंडियों में धान की धीमी उठान काे लेकर आक्राेशित किसान संगठनों (Farmers Organizations) ने कई स्थानाें पर चार घंटे तक यातायात ठप (Traffic Stalled) कर राष्ट्रीय राजमार्गों (National Highways) पर लगाया। जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक मुश्किल चंडीगढ़-दिल्ली (Chandigarh-Delhi) तथा अमृतसर-दिल्ली मार्ग (Amritsar-Delhi Route) के यात्रियों को आई।
किसान संगठनों ने बार-बार मांग करने के बाद भी धान खरीद कार्य में कोई सुधार न हाेने का आराेप लगाते हुए पंजाब के जालंधर, अमृतसर, खन्ना, राजपुरा, जीरकपुर सहित कई शहरों में सड़क पर जाम लगाया। जाम के दौरान राहगीरों की पुलिस तथा किसानों के साथ कई शहरों में झड़प होने की खबरें भी हैं। इस बीच लंबे समय से राजनीतिक अज्ञातवास में चल रहे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी आज किसानों को समर्थन देने के लिए एशिया की सबसे बड़ी खन्ना अनाज मंडी में पहुंच गए। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल में कोई किसान परेशान नहीं हुआ था।
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पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के नेता सरवन सिंह पंधेर ने ऐलान किया है कि 26 अक्टूबर को माझा-मालवा-दोआबा क्षेत्र में हाईवे को रोका जाएगा। यह आंदोलन 26 अक्टूबर को दोपहर 1 बजे शुरू होगा और अनिश्चितकाल के लिए चलेगा। जब तक मांगें मानी नहीं जातीं, आंदोलन जारी रहेगा। यह आंदोलन पराली जलाने को लेकर दर्ज की गईं एफआईआर, धीमी गति से हो रही धान खरीद और डीएपी के मुद्दे को लेकर होगा।
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