फतेहपुर जिले में सोमवार को जबरन धर्मांतरण व दुष्कर्म के मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि अपहरण धर्मांतरण में सहयोग करने वाला एक अन्य साथी फरार है। विगत 21 जून को हिन्दू युवती का दो मुस्लिम युवकों ने गिरफ्तार कर रायबरेली ले गये थे।
खखरेरू थाना क्षेत्र के रक्षपालपुर गांव की एक हिन्दू युवती का विगत 21 जून को शोएब मंसूरी नाम के मुस्लिम युवक ने अपने साथी कलीम के साथ मिलकर अपहरण किया था। पुलिस ने अपहृत युवती को सकुशल बरामद कर मुख्य आरोपी शोएब मंसूरी को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथी कलीम को अभी गिरफ्तार किया जाना बाकी है।
पीड़िता की जुबानी, पूरी कहानी
अपहृत युवती ने पुलिस को बताया कि 21 जून को शोएब मंसूरी अपने साथी कलीम की मदद से मुझे अगवाकर रायबरेली ले गया। वहां मुझे एक कमरे में बंधक बनाकर रखा और रात मेरे साथ दोनों ने दुष्कर्म भी किया। अगले दिन वह मुझे दिल्ली ले गये और अपने किसी रिश्तेदार के यहां मुझे बंधक बनाकर रखा और फिर कई दिनों तक वह मेरे साथ दुष्कर्म करते रहे। पांच जुलाई को वह मुझे किसी मस्जिद में ले गया और वहां मौजूद मौलवी से मेरा जबरन धर्म परिवर्तन कराकर मुझसे निकाह कर लिया। मौलवी ने निकाहनामा में मुझसे दस्तखत भी करवाया। साथ ही दो अन्य लोगों से भी गवाह के रूप में दस्तखत करवाये गये। सात जुलाई को शोएब मुझे लखनऊ ले आया और वहां अपने किसी रिश्तेदार के यहां मुझे रख दिया। इस दौरान वे जगह बदल-बदलकर मेरे साथ दुष्कर्म करते रहे। वह अपने रिश्तेदारों से मेरा परिचय अपनी पत्नी के रूप में करवाता रहा और मुझे मुस्लिम रीति-रिवाज के तहत पर्दे में रहने का दबाव भी बनाता रहा। 10 जुलाई को वह मुझे लेकर फतेहपुर आया। उसी दौरान विजयीपुर चौराहे के पास पुलिस ने मुझे शोएब के चंगुल से छुड़वाया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
कई धाराओं के तहत मामला दर्ज
अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि अपहृत युवती को सकुशल बरामद करने के बाद उसका बयान दर्ज किया है। आरोपी शोएब मंसूरी के खिलाफ, अपहरण, जबरन धर्म परिवर्तन व दुष्कर्म के मामले दर्ज न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। शोएब मंसूरी का साथी कलीम अभी तक फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के पुलिस प्रयास कर रही है।