पश्चिमी चंपारण स्थित सीमावर्ती इनरवा थाना के खमिहा गांव में एसएसबी पर जानलेवा हमला करने और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने को ले केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में 41 लोग नामजद और 150 अज्ञात पर कार्रवाई हुई है। 47वीं बटालियन के बसंतपुर बीओपी पर तैनात सब इंस्पेक्टर सतपाल सिंह के आवेदन पर खमिहा के सरोज गद्दी, सेराजुल मियां, सोमेश मिश्रा, गुलटेनी मिश्रा, मेघनाथ कुशवाहा सहित 41 लोगों पर केस दर्ज की गयी है।
जिसमें बताया है कि रमपुरवा एक नंबर फॉल के पास नाका पर ड्यूटी कर रहे थे। उसी दौरान दो ट्रैक्टर ट्राली संदिग्ध अवस्था में आते हुये दिखाई दिया। जब उसको रोक कर जांच पड़ताल किया गया तो ट्रैक्टर ट्राली के चालक कुछ भी बताने से इनकार किया। त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे जब्त कर चालक को कस्टडी में करते हुए इनरवा एसएससी कैंप ले जाया जा रहा था। उसी दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए जो तस्कर व तस्कर के समर्थक थे। जब ट्रैक्टर ट्राली को जब्त कर खमिहा गांव के समीप लेकर आये तो उक्त तस्कर व तस्कर के समर्थकों के द्वारा एसएसबी पर जानलेवा हमला किया जाने लगा। लोहे का रड लाठी-डंडे से मारपीट सहित पत्थरबाजी भी की जाने लगी। फिर ड्यूटी पर तैनात एसएसबी जवान और हम एसएसबी कैंप इनरवा पहुंचे और सहायक सेनानायक भूषण चंद्र राय को उक्त मामले की जानकारी दी।
एसएसबी के तीन जवान घायल
मौके पर इनरवा कैंप से भी जवान घटनास्थल पर पहुंचे तो फिर उपद्रवियों द्वारा जानलेवा हमला बोला जाने लगा जिसमें एसएसबी के तीन जवान घायल हो गये। वही उपद्रवियों द्वारा राइफल छीनने का प्रयास किया गया । वहीं एक एसएसबी जवान की राइफल का गार्ड सहित सब इंस्पेक्टर सतपाल सिंह के मोबाइल भी उपद्रवियों ने छीन लिया। जिसमे जानलेवा हमला मे आत्मरक्षा के लिए दो राउंड हवाई फायरिंग की गयी।