मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह गायब बताए जा रहे हैं। पुलिस उनके बारे में पता लगाने में जुटी है लेकिन कुछ भी जानकारी नहीं मिल पा रही है। सिंह ने राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर पुलिस को 100 करोड़ रुपए की वसूली का टार्गेट देने का आरोप लगाते हुए लेटर बम फोड़ा था। सिंह 4 मई, 2021 से चिकित्सा अवकाश पर हैं। लेकिन पांच महीने बाद भी उनका कोई पता नहीं चल पाया है।
संदेह यह भी व्यक्त किया जा रहा है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए परमबीर सिंह विदेश भाग गए हैं। हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
पुलिस कर रही है तलाश
अनिल देशमुख के खिलाफ आरोपों की जांच के मामले में चांदीवाल आयोग ने परमबीर सिंह को पूछताछ के लिए कई बार तलब किया था। लेकिन वे नहीं आए। उसके बाद आयोग ने सख्त रुख अपनाया। आयोग ने 7 सितंबर को उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया था। आयोग ने राज्य के पुलिस महानिदेशक संजय पांडे को सिंह को वारंट जारी करने और इसकी जांच के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया था। उसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने परमबीर सिंह को तलाशने की कोशिश की। लेकिन उनका पता नहीं चल पाया, ऐसे में सवाल उठता है कि वास्तव में परमबीर सिंह कहां हैं?
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यह है मामला
मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटाए जाने के बाद परमबीर सिंह ने राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर पुलिस को 100 करोड़ रुपये की वसूली का आदेश देने का आरोप लगाते हुए लेटर बम फोड़ा था। उसके बाद देशमुख को गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था और वे केंद्रीय जांच एजेंसी के साथ विवाद में फंस गए थे। बॉम्बे उच्च न्यायालय ने मामले की सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति चांदीवाल की अध्यक्षता में एक समिति भी नियुक्त की है। समिति पूरे मामले की समानांतर जांच कर रही है।
सिंह को निलंबित करने का प्रस्ताव
मुंबई और ठाणे में फिरौती के मामले में पुलिस महानिदेशक संजय पांडे ने 25 सितंबर को राज्य के गृह विभाग को एक प्रस्ताव भेजकर परमबीर सिंह और संबंधित अन्य पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने का अनुरोध किया है। कई शिकायतकर्ताओं ने सिंह और अन्य पुलिस अधिकारियों के खिलाफ 5 पुलिस थानों में हफ्ता वसूली करने का मामला दर्ज कराया है।