म्यांमार सरकार ने 25 जुलाई को घोषणा की है कि नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (एनएलडी) के पूर्व सांसद, लोकतंत्र समर्थक एक कार्यकर्ता और दो अन्य लोगों को पिछले साल सत्ता पर सेना के कब्जे के बाद हुई हिंसा के मामले में फांसी दे दी गई है। म्यांमार में पिछले पांच दशक में पहली बार किसी को फांसी दी गई है।
सरकारी समाचार पत्र ‘मिरर डेली’ में इस फांसी के संबंध में जानकारी दी गई है। संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों और दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) के मौजूदा अध्यक्ष कंबोडिया समेत दुनियाभर के कई देशों एवं हस्तियों ने चारों राजनीतिक कैदियों के प्रति दया दिखाए जाने का अनुरोध किया था। इसके बावजूद चारों को फांसी दी गई।
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समाचार पत्र में कहा गया है कि ‘‘आतंकवादी गतिविधियों के तहत हत्या करने के कृत्यों में अमानवीय सहयोग और हिंसा’’ करने एवं उसका आदेश देने के लिए चारों को ‘‘कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार’’ फांसी की सजा दी गई। समाचार पत्र में यह नहीं बताया गया है कि फांसी कब दी गई।
सैन्य सरकार ने इसकी पुष्टि करते हुए संक्षिप्त बयान जारी किया लेकिन जिस जेल में कैदियों को रखा गया था, उसने और जेल विभाग ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
राष्ट्रीय एकता सरकार ने की आलोचना
फरवरी 2021 में सेना के सत्ता पर कब्जा करने के बाद खुद को असैन्य सरकार होने का दावा करने वाली म्यांमार के बाहर स्थापित ‘राष्ट्रीय एकता सरकार’ के मानवाधिकार मंत्री आंग मायो मिन ने इन आरोपों को खारिज किया कि ये लोग हिंसा में शामिल थे। उन्होंने कहा, ‘‘ मौत की सजा देना डर के जरिये लोगों पर शासन करने का प्रयास है।’’ जिन लोगों को फांसी दी गई है, उनमें अपदस्थ नेता आंग सान सू ची की सरकार के पूर्व सांसद फ्यो जेया थो भी हैं। उन्हें माउंग क्वान के नाम से जाना जाता था। उन्हें विस्फोट, बमबारी और आतंकवाद के वित्तपोषण जैसे मामलों में जनवरी में दोषी ठहराया गया था।