Gadchiroli: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में 3 फरवरी को पुलिस के समक्ष 4 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया गया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के नाम अशोक पोचा सादमेक उर्फ बलन्ना, वनिता दोहे जोरो, साधु लिंगु मोहन्दा उर्फ शैलेश और मुन्नी पोडिया कोरसा (सुकमा-छत्तीसगढ़) हैं।
दो कमांडर भी शामिल
इनमें से अशोक सादमेक चरमोशी और अहेरी दलम का कमांडर था। इसी तरह, वह तकनीकी टीम के लिए भी जिम्मेदार थे। उसके खिलाफ मुठभेड़ और आगजनी समेत कुल 82 मामले दर्ज हैं। वनिता दोहे झोरे के खिलाफ मुठभेड़ और आगजनी सहित 11 मामले दर्ज हैं। साधु लिंगु मोहेंदा भास्कर हिचामी के अंगरक्षक थे। साधु के खिलाफ 4 गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। जनता सरकार स्कूल की शिक्षिका मुन्नी पोडिया कोरसा बासागुड़ा दल की सदस्य हैं और आपूर्ति टीम में काम कर रही थीं।
राज्य सरकार द्वारा 2005 से घोषित आत्मसमर्पण योजना के कारण, तथा हिंसापूर्ण जीवन से थककर, वरिष्ठ माओवादियों सहित कई माओवादियों ने अब तक पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। साथ ही पुलिस बल द्वारा आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के कारण अब तक कुल 695 नक्सलियों ने गढ़चिरौली पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
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