पश्चिमी एशियाई (West Asian) देश सीरिया (Syria) में आतंकियों (Terrorists) ने जमकर कहर बरपाया है। मिली जानकारी के अनुसार, आतंकियों ने पूर्वी सीरिया के ग्रामीण इलाकों (Rural Areas) में अंधाधुंध फायरिंग (Indiscriminate Firing) शुरू कर दी होगी। अठारह लोगों के मरने की जानकारी है। वहीं, 16 से ज्यादा लोग घायल (Injured) हो गए हैं।
बुधवार को हुई गोलीबारी में 50 से ज्यादा लोगों के लापता होने की खबर है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ लोग मिलकर काम करेंगे। तभी आतंकियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। अचानक शुरू हुई फायरिंग से कई लोगों को भागने का मौका भी नहीं मिला।
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रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक स्टेट यानी आईएसआईएस के आतंकियों ने पूर्वी सीरिया में उत्पात मचा रखा है। गावकारी कुछ ट्रफ़ल्स इकट्ठा कर रहे होंगे। या फिर प्लान की कीमत ज्यादा है। सीरिया में इस समय संघर्ष की स्थिति बनी हुई है। इसीलिए बहुत से लोग ट्रफ़ल्स इकट्ठा करने के लिए बाहर जाते हैं।
50 लोगों के अपहरण की आशंका
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने इस संबंध में जानकारी दी है। करीब 50 लोग लापता हैं। इसलिए आईएएस उनके अपहरण की आशंका जता रहे हैं। दावे के मुताबिक मृतकों में सरकार समर्थक राष्ट्रीय सुरक्षा दल के चार सदस्य भी शामिल हैं।
सरकारी मीडिया न्यूज पोस्ट के अनुसार, मरने वालों की संख्या 44 है। दामा पोस्ट ने दावा किया कि केलेला इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन का अब तक का सबसे बड़ा हमला है। हल्ला, इराक की सीमा के पास, पूर्वी प्रांत दीर अल-ज़ौर में कोबाबजेब शहर में स्थित है।
सीरिया में क्या हैं हालात?
सीरिया आतंकवाद से त्रस्त देश है। देश में गरीबी ऊंचे स्तर पर पहुंच गयी है। अमेरिका और इजराइल आए दिन यहां-वहां बड़े हमले करते रहते हैं। इसीलिए देश इतनी विकट स्थिति में है। कहा जाता है कि 90 प्रतिशत से अधिक लोग गरीबी रेखा से रहित हैं। पिछले साल देश में बड़ा भूकंप आया होगा। इसके बाद से देश में और भी ज्यादा लॉकडाउन हो गया है।
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