गाजियाबाद की लोनी बॉर्डर पुलिस ने 7 जुलाई को एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जो स्पीड पोस्ट के जरिए उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या की घटना का हवाला देकर एक व्यापारी नेता व उसके पुत्र की हत्या की धमकी दे रहा था। खास बात यह भी है कि वह शख्स अपने पड़ोसी के नाम से यह धमकी दे रहा था। जब पुलिस ने जांच की तो पाया कि पड़ोसी की कोई संलिप्तता इस मामले में नहीं पाई गई।
यह है पूरा मामला
पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ने बताया कि भारतीय व्यापार मंडल के पदाधिकारी देवेंद्र ढाका को स्पीड पोस्ट के माध्यम से एक पत्र प्राप्त हुआ। जिसमें ऊपरकोट लोनी निवासी सदर पठान के नाम से देवेंद्र ढाका व उसके पुत्र सचिन को धमकी दी गई थी कि जिस तरीके से नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन करने पर उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या कर दी गई थी। उसी तरह इन दोनों की भी हत्या कर दी जाएगी। पुलिस ने शिकायत मिलने पर इसकी गहराई से जांच की। सर्विलांस टीम इस दौरान सक्रिय रही। इस दौरान पता चला कि इस मामले में सदर पठान की कोई संलिप्तता नहीं है। उसके पड़ोस में रहने वाले मंजर अली के पुत्र परवेज अली की भूमिका है। उसी ने यह साजिश रची है।
यह भी पढ़ें-उद्धव ठाकरे ने चुनाव चिह्न को लेकर शिवसेना कार्यकर्ताओं से की ये अपील!
पूछताछ में हुआ पर्दाफाश
पूछताछ में परवेज अली ने पुलिस को बताया कि सदर प्रधान से उसकी रंजिश चल रही थी और झगड़ा भी हो चुका था। देश में सांप्रदायिक माहौल गर्म था, इसलिए उसने साजिश करके सदर पठान की ओर से धमकाने के लिए स्पीड पोस्ट फर्जी तरीके से देवेंद्र ढाका के पास भेज दी। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण में बताया कि परवेज अली को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।