महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 17 मार्च को अहमदनगर जिला अस्पताल के आईसीयू में हुए अग्निकांड मामले में आरोपित डॉ. सुनील पोखराणा का निलंबन अपने विशेषाधिकार का उपयोग करते हुए रद्द कर दिया है। राज्यपाल ने डॉ. सुनील पोखराणा की पुणे स्थित शिरुर मेडिकल कालेज में नियुक्ति भी कर दी है। राज्यपाल के इस निर्णय से राज्यपाल-महाविकास आघाड़ी के बीच संघर्ष और बढ़ने के आसार बन गए हैं।
जानकारी के अनुसार अहमदनगर जिला अस्पताल के आईसीयू में 6 नवंबर को आग लग गई थी। इस घटना में 14 बच्चों की मौत हो गई थी। इस मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाई की गई। जांच रिपोर्ट में अस्पताल की इमारत की नगर निगम से अनुमति न लेने, फायर ऑडिट न करवाए जाने, शार्ट सर्किट से आग लगने के तथ्य सामने आए थे।
विपक्ष ने भी किया था हंगामा
इस घटना में पुलिस ने डॉ. सुनील पोखराणा सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया था और इन सभी को निलंबित कर दिया गया था। इस अग्निकांड को लेकर विपक्ष ने भी जोरदार हंगामा किया था। राज्यपाल ने डॉ. सुनील पोखराणा का निलंबन रद्द कर दिया है।
राज्यपाल-महाविकास आघाड़ी के बीच विभिन्न मुद्दों पर टकराव जारी
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल-महाविकास आघाड़ी के बीच विभिन्न मुद्दों को लेकर टकराव जारी है। महाविकास आघाड़ी सरकार ने विधान परिषद के रिक्त 12 सीटों पर नियुक्ति के लिए 12 लोगों के नाम की लिस्ट पिछले साल ही भेजा है, जिसे राज्यपाल ने अबतक मंजूरी नहीं दी है। इसी तरह विधानसभा अध्यक्ष चुनाव की मांग महाविकास आघाड़ी के नेता तीन बार राज्यपाल से मिलकर कर चुके हैं, लेकिन राज्यपाल ने इस प्रस्ताव को भी मंजूरी नहीं दी है। राज्यपाल के नए निर्णय के बाद यह संघर्ष और बढ़ने के आसार हैं।