Gujarat: वडोदरा शहर के हरणी स्थित मोटनाथ तालाब(Motnath pond located in Harni of Vadodara city) में 18 जनवरी को नाव पलटने से 10 बच्चों और दो शिक्षकों की मौत हो गई। नाव पर एक निजी स्कूल(private school) के बगैर लाइफ सेविंग जैकेट के ही 20-25 छात्र सवार थे। फायर विभाग की टीम ने 13 बच्चों और 2 शिक्षकों को रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया है। सभी को अस्पताल ले जाया गया है।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने ‘एक्स’ अकाउंट पर संवेदना व्यक्त करके लिखा कि वडोदरा के हरणी तालाब में नाव पलटने से बच्चों के डूबने की घटना हृदयविदारक है। मृत विद्यार्थियों की आत्मा की शांति के लिए वे प्रार्थना करते हैं। दुख की इस घड़ी में वे परिवारजनों के प्रति आत्मीय संवेदना प्रकट करते हैं। परमात्मा उन्हें इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
विधायक ने जताया दुख
विधायक केयूर रोकडिया ने कहा कि यह घटना दुखद और भयावह है। छोटे बालक देश के भविष्य हैं, उनके साथ यह घटना हुई है। हाल में इन बच्चों को बचाना ही प्राथमिकता है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर यदि कोई चूक हुई है तो इसकी जांच कराई जाएगी। घटनास्थल पर वडोदरा शहर के पुलिस आयुक्त, उच्चाधिकारी, विधायक केयूर रोकडिया समेत कई उच्चाधिकारी मौजूद हैं।
लापरवाही का आरोप
विपक्षी नेता चंद्रकांत श्रीवास्तव ने कहा कि इस घटना में लापरवाही हुई है। छोटे बच्चों को उनके स्कूल के शिक्षक लेकर आए थे। कांट्रेक्टर और कॉरपोरेशन जवाबदार है। डिप्टी मेयर चिराग बारोट ने बताया कि बच्चे बोटिंग कर रहे थे, तभी यह नाव पलट गई। कलक्टर एबी गोरे ने बताया कि नाव में 23 बच्चे और 4 शिक्षक सवार थे। इनमें 11 लोगों को बचाया गया है, जबकि 7 बच्चे हॉस्पिटल में सुरक्षित हैं।