Gujarat: गणेश पंडाल पर पथराव के बाद सूरत में बुलडोजर एक्शन, जानें पूरा प्रकरण

एसएमसी की टीम ने 2-3 जेसीबी मशीनों का उपयोग करके अवैध अतिक्रमणों को हटाया और क्षेत्र से स्टॉल और ठेले हटाए।

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Gujarat: 8 सितंबर (रविवार) को सैयदपुरा (Syedpura) में गणेश पंडाल (Ganesh Pandal) ‘वरियावी चा राजा’ (Variavi Cha Raja) पर हुए पथराव की घटना (stone pelting incident) पर कार्रवाई करते हुए सूरत पुलिस (Surat Police) ने 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार (30 people arrested) किया है। आज, सूरत नगर निगम (Surat Municipal Corporation) (एसएमसी) ने सैयदपुरा पुलिस चौकी क्षेत्र में आरोपियों और अन्य लोगों के अवैध निर्माणों के खिलाफ एक विध्वंस अभियान चलाया।

भारी पुलिस बल की मौजूदगी में आज सुबह अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। एसएमसी की टीम ने 2-3 जेसीबी मशीनों का उपयोग करके अवैध अतिक्रमणों को हटाया और क्षेत्र से स्टॉल और ठेले हटाए।

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निगम की कार्रवाई
डीसीपी राजदीप सिंह ने बताया कि आज सूरत नगर निगम की टीम ने सैयदपुरा पुलिस चौकी के आसपास अतिक्रमण की गई संपत्तियों को हटाने की कार्रवाई शुरू की। कार्रवाई के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस की व्यवस्था की गई है। निगम की कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी या व्यवधान न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। ताजा अपडेट में गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी दोपहर करीब 2 बजे स्थिति का जायजा लेने पुलिस कंट्रोल रूम पहुंचे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने पत्थरबाजों की निंदा करते हुए कहा कि वे समाज के अपराधी हैं।

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पत्थरबाजी की घटना
उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपने युवाओं का मार्गदर्शन करने का आग्रह किया और उम्मीद जताई कि मदरसे और मस्जिद समेत धार्मिक संस्थान उन्हें सलाह देंगे। हर्ष संघवी ने कहा, “मैंने यह स्पष्ट कर दिया है कि पत्थरबाज सिर्फ कानून का अपराधी नहीं है, बल्कि वह सामाजिक अपराधी है, चाहे वह किसी भी समुदाय का हो। ऐसे मामलों में किसी तरह की नरमी या दया नहीं बरती जा सकती। पत्थरबाजी का ख्याल कैसे आता है? मैं समाज से अपील करता हूं कि ऐसे युवाओं का सही मार्गदर्शन करें। हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने युवाओं का मार्गदर्शन करें, चाहे वह मदरसे, मस्जिद या अन्य संगठनों के माध्यम से हो। अगर कोई युवा भटक गया है, तो उसे सही रास्ते पर लाना होगा। मैं फिर से दोहराता हूं कि हम किसी भी समुदाय के किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ेंगे, जो पत्थरबाजी में शामिल है।” उन्होंने आगे कहा कि जांच जारी है। इस बीच सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत ने कल रात सूरत के सैयदपुरा में हुई पत्थरबाजी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इलाके के बाहर से आए असामाजिक तत्वों ने रिक्शे से पत्थरबाजी की। घटना में 12 से 13 साल की उम्र के छह बच्चे शामिल थे, जिनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

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भीड़ के खिलाफ शिकायत दर्ज
सीसीटीवी फुटेज की मदद से अधिकांश संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और रात भर चले तलाशी अभियान के दौरान 28 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक घटना के संबंध में तीन मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें से एक किशोर अधिनियम के तहत आता है और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने और वाहन में आगजनी के आरोप भी शामिल किए गए हैं। इसमें शामिल भीड़ के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है। स्थिति अब शांतिपूर्ण है और स्थानीय लोगों से किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने का आग्रह किया गया है। सैयदपुरा इलाके में सालों से गणेश प्रतिमाएं स्थापित की जाती रही हैं, जहां लोग सांप्रदायिक सद्भाव के साथ रहते हैं, यहां तक ​​कि जिस जगह पर पत्थरबाजी हुई, वहां भी लोग सांप्रदायिक सद्भाव के साथ रहते हैं।

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