संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने युद्धरत रूस और यूक्रेन से राजनयिक तौर तरीके अपनाए जाने और शांतिपूर्ण समाधान की अपील की है।
गुटेरस ने 14 मार्च को पत्रकारों से बातचीत में आशंका जाहिर की कि दो सप्ताह से अधिक समय के युद्ध में निरीह लोग मारे जा रहे हैं, लाखों लोग घर छोड़कर शरणार्थी जीवन बिताने के लिए मजबूर हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह आणविक हथियारों को अलर्ट किया गया है, उसे देखते हुए एक भयावह आणविक युद्ध की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि इसके बावजूद इसी आणविक युद्ध की विभीषिका टालने के लिए शांति वार्ता और राजनयिक तौर तरीक़ों से समाधान खोजने की गुंजाइश बनी रहती है। इसके लिए सम्बद्ध पक्षों को पहल करनी चाहिए।
वार्ता में नहीं निकला परिणाम
युद्ध ग्रस्त यूक्रेन और रूस के बीच 14 मार्च को चौथे दौर की वर्चुअल शांति वार्ता बिना किसी परिणाम के समाप्त हो गई।
अमेरिकी मीडिया की मानें तो रूस के प्रतिनिधि शांति वार्तालाप में अपनी पूर्व की सभी शर्तों पर अड़े रहे। रूसी वार्ताकारों ने जोर दिया कि जब तक यूक्रेन नाटो की सदस्यता की रट लगाए रखेगा, शांति वार्ता में किसी परिणाम की आशा करना व्यर्थ होगा। यूक्रेन ने रूस से तत्काल युद्ध विराम की घोषणा किए जाने और अस्पताल, रिहायशी इलाकों और नागरिक सुविधाओं पर तत्काल बमबारी रोकने की मांग की। एक ओर वार्ता चल रही थी, तो दूसरी ओर रूस की ओर से अनेक शहरों में बमबारी की जा रही थी।