ज्ञानवापी प्रकरण: अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी को औरंगजेब नहीं लगता क्रूर, जानिये काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए क्या है पक्ष?

ज्ञानवापी प्रकरण वर्षों से न्यायालय के अधीन है। द्वादस ज्योतिर्लिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर पर मुगल आक्रांता औरंगजेब ने हमला कर क्षतिग्रस्त कर दिया था। मंदिर की दीवारों पर ही उसने मस्जिद चढ़ा दी थी।

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ज्ञानवापी मस्जिद

वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के अंतर्गत आनेवाले ज्ञानवापी प्रकरण में इंतेजामिया मस्जिद कमिटी का जो पक्ष सामने आया है, वह इतिहास को झुठलाने से कम नहीं है। वाराणसी न्यायालय में कमिटी ने औरंगजेब को क्रूर और आक्रांता बताए जाने का विरोध किया। यह प्रकरण ज्ञानवापी में मिले शिवलिंग के कार्बन डेटिंग सर्वेक्षण से संबंधित है।

ज्ञानवापी मस्जिद कमिटी ने 22 मई को न्यायालय में अपना उत्तर संलग्न किया है। यह उत्तर हिंदू पक्ष द्वारा मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग से कराए जाने की मांग के बाद किया गया। इसमें इंतेजामिया मस्जिद कमिटी (ज्ञानवापी मस्जिद कमिटी) ने आदि विश्वेश्वर मंदिर पर इस्लामी आक्रांता द्वारा हमला किये जाने को खारिज किया है।

क्या है मस्जिद कमिटी के उत्तर में?
वाराणसी न्यायालय में इंतेजामिया मस्जिद कमिटी ने अपना उत्तर प्रस्तुत किया है, जिसमें कहा गया है कि,
‘न तो मुगल औरंगजेब क्रूर था और न ही उसने किसी आदि विश्वेश्वर मंदिर को तोड़ा था। वर्तमान में जो इमारत है वह मस्जिद आलमगिरी/ज्ञानवापी मस्जिद की है, वह हजारो वर्षों से है। वाराणसी और आसपास के मुस्लिम बिनी किसी रोकटोक के नमाज पढ़ते आ रहे हैं।’

क्या है सच्चाई?
ज्ञानवापी मस्जिद को आदिविश्वेश्वर मंदिर तोड़कर बनाया गया है। इसी कारण मंदिर की दीवारों पर मस्जिद का हिस्सा भी देखने को मिलता है। इसे जब औरंगजेब ने हमला करके खंडित किया तो वर्ष 1580 में राजा तोंदल मल ने मंदिर का पुनर्निर्माण करवाया। यहां मस्जिद परिसर में काशी विश्वेश्वर के भग्नावशेष स्पष्ट दिखते हैं, जिसके कारण हिंदू पक्ष वर्षों से इसके सर्वेक्षण की मांग करता रहा है। पिछले वर्ष न्यायालय ने इस मांग को मानते हुए न्यायालय द्वारा नियुक्त दल के द्वारा मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण की अनुमति दी थी। इसी सर्वेक्षण में वजूखानें में शिवलिंग मिला था। हिंदू पक्ष इस शिवलिंग की कार्बन डेटिंग करवाकर इसके सही समय का पता लगाना चाहता है। जिसका इस्लामी पक्ष लगातार विरोध करता रहा है।

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सभी प्रकरणों की होगी एक साथ सुनवाई
वाराणसी न्यायालय में काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद से संबंधित आठ प्रकरण चल रहे हैं। इन सभी प्रकरणों पर सुनवाई करते हुए जिला जज वाराणसी अजय कृष्ण विश्वेश ने सभी प्रकरणों को एक साथ संलग्न करने का आदेश दिया है। अब इन सभी प्रकरणों की सुनवाई एक साथ चलेगी।

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