हरियाणा पुलिस ने एमडीएम घोटाले का मास्टरमाइंड संजय तिवारी को रांची से गिरफ्तार कर लिया है। जालसाजी के आरोप में हरियाणा के फरीदाबाद पुलिस ने उसे सात फरवरी को गिरफ्तार किया। सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद जैसे ही संजय तिवारी जेल से निकले फरीदाबाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। 101 करोड़ घोटाले के आरोपी संजय तिवारी को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश केएम जोसेफ और न्यायाधीश बीवी नागरत्ना की खंडपीठ ने 16.35 करोड़ रुपए जमा करने की शर्त पर हाल ही में चार सप्ताह की अंतरिम जमानत दी थी।
यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि स्कूल में दोपहर के भोजन के लिए स्टेट बैंक की हटिया शाखा में पांच अगस्त 2017 को रखे गए शिक्षा विभाग के करीब 101 करोड़ रुपए भवन निर्माता भानु कंस्ट्रक्शन के साझेदार संजय तिवारी के खाते में ट्रांसफर कर दिया गया था। इसमें मैनेजर अजय उरांव की संलिप्तता बताई गई थी। मिड डे मील की यह रकम भानु कंस्ट्रक्शन के विभिन्न बैंक खातों में भेजी गई थी। भवन निर्माता इनमें से 50 करोड़ रुपए निकालकर फरार हो गया था।
एसबीआई ने भरी थी रकम
मामला प्रकाश में आने के बाद एसबीआई ने खुद पैसा भरा, जिससे बैंक को नुकसान हुआ था। बैंक मैनेजर को निलंबित कर दिया गया। सीबीआई ने सात दिसंबर 2017 को इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद पूरे मामले की छानबीन शुरू की थी।