हिमाचल प्रदेश के अधिकांश भागों में बीते चौबीस घंटाें से मानसून के दस्तक देने से भारी बारिश हो रही है। मंडी जिला में भारी बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है। इस दौरान सड़कों पर ल्हासे गिरने से यातायात भी अवरुद्ध हुआ है। सबके ज्यादा नुकसान सराज घाटी में हुआ है। यहां बगस्याड और तुंगाधार में अनेक वाहन खड्ड में बह गए है और दब गए है।
जनहानि का कोई नुकसान
बाढ़ से कोई जानी नुकसान की सूचना नही है। मंडी में व्यास नदी एवं उसकी सहायद सुकेती खडड का जल स्तर भी बढ़ गया है। प्रशासन ने लोगों से नदी किनारे न जाने और घरों में सुरक्षित रहने की अपील की है।
उत्तराखंड में भी भारी बारिश
उत्तराखंड में इस बार छह दिन पहले मानसून ने दस्तक दी है। देहरादून, मसूरी, हरिद्वार, रुड़की और ऋषिकेश में रविवार सुबह से मानसून की बौछारें पड़ रही हैं। ऊपरी क्षेत्र में बर्फबारी से मौसम सर्द है। मौसम विज्ञान विभाग ने 30 जून तक तेज बारिश की चेतावनी दी है। इस पर आपदा प्रबंधन विभाग और जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कंट्रोल रूम पहुचकर लिया जायजा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुबह सचिवालय में स्थापित कंट्रोल रूम पहुंचकर राज्य में बारिश को लेकर बातचीत की। राज्य में देर रात से बारिश हो रही है। मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये हैं। गढ़वाल और कुमाऊं मंडल के अधिकांश जिलों में बरसात हो रही है। देहरादून और मसूरी में आसपास के इलाकों के बरसाती नाले उफान पर हैं।