अरुणाचल-असम को जोड़ने वाला होलोंगी राजमार्ग बाधित, ये है कारण

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे किसी भी स्थिति से तुरंत निपटने के लिए सतर्क रहें।

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अरुणाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन के कारण होलोंगी राजमार्ग पर कुछ स्थानों पर यातायात बाधित हो गया है।

राज्य के शीर्ष प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार पिछले 48 घंटों में लगातार बारिश के कारण अरुणाचल और असम को जोड़ने वाले 14 किमी लंबे होलोंगी मार्ग पर भारी भूस्खलन हुआ है। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई स्थानों पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई है। महत्वपूर्ण सड़क के दोनों ओर आपदा के कारण सैकड़ों कारें और दोपहिया वाहन फंसे हुए हैं। सूत्र ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश की निर्माण कंपनी और सड़क विभाग मलबे को हटाने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।

दो स्थानों पर स्थिति खतरनाक
स्थानीय ठेकेदार तपा मारंग ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि जेसीबी और डंपरों की मदद से बीती रात से ही मलबा को हटाने के प्रयास किए जा रहे हैं। लगातार हो रही बारिश के कारण सड़क से मलबा हटाने के काम में बाधा उत्पन्न हो रहा है। मारंग ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग के इंजीनियर भी सड़क की सफाई के काम की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि दो स्थानों पर स्थिति बहुत खतरनाक है। आधे से ज्यादा सड़क पूरी तरह से बह गई है। इन दोनों जगहों के पुनर्निर्माण में कुछ दिन लगेंगे।

ठेकदार ने दी जानकारी
ठेकेदार तापा मारंग ने बताया कि होलोंगी-इटानगर राष्ट्रीय राजमार्ग कुछ दिन पहले भी भारी भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया था। तब भी सैकड़ों वाहन घंटों फंस गए थे।

सतर्क रहने का आदेश
इस बीच राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे किसी भी स्थिति से तुरंत निपटने के लिए सतर्क रहें। आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए सभी जिलों में राहत केंद्र स्थापित किए गए हैं। राज्य की राजधानी में बाढ़ और भूस्खलन के संवेदनशील स्थानों पर स्थित 279 घरों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का आदेश दिया है। आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि अप्रैल से अब तक 87 गांवों के 524 घरों में कुल 11,000 लोग भूस्खलन और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।

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