महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के गवाह प्रभाकर साईल की मौत पूरी तरह संदेहास्पद लग रही है। इसलिए इसकी जांच का आदेश पुलिस महानिदेशक को दिया गया है। गवाह साइल की मौत की गहन छानबीन के बाद जो सच्चाई सामने आएगी, उसे आम जनता के समक्ष लाया जाएगा।
गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने बताया कि एनसीबी के विरुद्ध गवाही देनेवाले प्रभाकर साइल की शुक्रवार को हार्ट अटैक के बाद मौत हुई है। इस मौत को फिलहाल स्वाभाविक मौत बताया जा रहा है और माना जा रहा है। हालांकि बहुत से लोगों ने इस मौत को लेकर संदेह व्यक्त किया है। इसी वजह से उन्होंने गवाह प्रभाकर साइल की मौत मामले की जांच का आदेश किया है।
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ऐसा है प्रकरण
उल्लेखनीय है कि एनसीबी की टीम ने 2 अक्टूबर को द इम्प्रेस कर्डिलिया शिप पर होने वाली ड्रग पार्टी पर छापा मारकर 20 आरोपितों को गिरफ्तार किया था। इन आरोपितों में फिल्म अभिनेता शाहरुख खान का बेटा आर्यन खान भी था। इस मामले के गवाह प्रभाकर साइल ने आरोप लगाया था कि आर्यन खान की गिरफ्तारी से पहले एनसीबी टीम ने शाहरुख खान से फोन पर रंगदारी मांगी थी और एडवांस रकम ली थी। आगे की रकम नहीं मिलने पर एनसीबी टीम ने आर्यन खान को ड्रग मामले में गिरफ्तार किया था। इस आरोप के बाद दिल्ली एनसीबी ने कठोर कार्रवाई करते हुए एसआईटी का गठन किया था। दिल्ली एनसीबी एसआईटी ने प्रभाकर साइल का बयान दर्ज किया था। इसके बाद मुंबई एनसीबी टीम के प्रमुख पद से समीर वानखेड़े को हटा दिया गया था। बाद में मुंबई एनसीबी के अधिकारी विश्वनाथ तिवारी को अनियमितता का दोषी पाये जाने पर निलंबित कर दिया गया था।