Illegal Bangladeshi: दिल्ली (Delhi) में भाजपा सरकार (BJP government) बनने के बाद अवैध रूप से दिल्ली (Delhi) में रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों (Bangladeshi intruders) के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है । दिल्ली पुलिस को अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई में सफलता भी मिल रही है। पुलिस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों को देश की राजधानी दिल्ली में बसने में मदद करने वालों की पहचान करने और उनकी धरपकड़ के लिए व्यापक अभियान शुरू कर दिया है।
पिछले 4 महीने में दिल्ली पुलिस ने इमिग्रेशन रैकेट से संबंधित 10 एफआईआर दर्ज की है। इसके तहत बांग्लादेशी घुसपैठियों को सीमा पार करने से लेकर उन्हें दिल्ली तक लाने, फर्जी दस्तावेज के जरिए उनके आधार कार्ड बनवाने, नौकरी दिलाने और रहने के लिए जगह मुहैया कराने वाले 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
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और तेज होगी पुलिस की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस के डीसीपी अचिन गर्ग ने’ हिंदुस्थान पोस्ट’ को बताया कि आने वाले समय में कई अन्य मददगार पकड़े जाएंगे। पुलिस इमीग्रेशन रैकेट से संबंधित कुछ और मामले दर्ज कर सकती है, जिसके लिए दिल्ली पुलिस साक्ष्य से जुटाने में लगी हुई है।
मददगारों पर कस रहा शिकंजा
दिल्ली पुलिस का कहना है कि घुसपैठियों के मददगारों में शामिल लोगों को पकड़ने से और उनके दिल्ली में अवैध रूप से ठहरने पर रोक लगा देने से बड़ा असर होगा । घुसपैठियों व उनके शरण दाताओं की पहचान कर घरपकड़ का अभियान पुलिस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले दिसंबर में शुरू किया था । गृह मंत्री अमित शाह व उपराज्यपाल विनय सक्सेना के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने ये अभियान शुरू किया है। शुरू में इसकी जिम्मेदारी केवल जिला पुलिस को सौंपी गई थी लेकिन अब सभी 15 जिले की पुलिस अपने- अपने इलाके में स्थित झुग्गी बस्तियों में जाकर सघन चेकिंग अभियान चला रही है । पुलिस द्वारा अब तक 26 हजार संदिग्धों की पहचान की जा चुकी है।
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बड़े चेहरों की पहचान
दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के निर्देश पर स्पेशल सेल भी बांग्लादेशी घुसपैठियों को मदद पहुंचाने के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रही है। इनमें एक एफआईआर सेल की जनकपुरी शाखा में और दूसरी न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में दर्ज की गई है । जैसा कि विदित है दिल्ली दंगा के दौरान भी स्पेशल सेल ने दंगे की विस्तृत साजिश रचने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। इमीग्रेशन रैकेट में भी सेल की बड़ी टीम जांच में जुटी है। यह पता लगाया जा रहा है कि रैकेट में बड़े-बड़े चेहरे कौन हैं?
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राजनेताओं पर भी नजर
दिल्ली पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि दिल्ली में अवैध घुसपैठ के पीछे राजनेता तो नहीं हैं, जो वोट बैंक के लिए राजधानी में वर्षों से घुसपैठियों को सीमा पार करवाकर उन्हें दिल्ली बुलाकर उनके दस्तावेज बनवाने और दिल्ली में बसाने में शामिल हो? पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि अवैध बांग्लादेशियों को दिल्ली में बसने के लिए सरकारी तंत्र के कौन-कौन से लोग हैं?
कैसे काम करते हैं रैकेट से जुड़े लोग?
दिल्ली पुलिस के अनुसार यह नेटवर्क खासकर उन बांग्लादेशी नागरिकों को टारगेट करता है, जो बेहतर जिंदगी की तलाश में भारत आना चाहते हैं। उन्हें सीमा पार कराना, फर्जी कागजात बनवाना और फिर दिल्ली में बसने की व्यवस्था करना इस गैंग का मुख्य धंधा है ।एक बार जब एक घुसपैठिए कानूनी रूप से भारतीय नागरिक दिखने लगते हैं तो इन्हें मजदूरी, घरेलू कामकाज और अन्य छोटे-मोटे कामों में लगा दिया जाता है। पुलिस जांच कर रही है कि अब तक कितने बांग्लादेशी घुसपैठिए इस नेटवर्क की मदद से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे हैं। पुलिस अब इस पूरे मामले के तह तक जाने और अन्य दोषियों को पकड़ने के लिए जांच को और तेज कर रही है।
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