भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौटने की ओर है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार भारत की अर्थव्यवस्था उसके पिछले अनुमान की अपेक्षा तेजी से पटरी पर लौटने की ओर है। इसके परिणामस्वरूप वर्ष 2020-21 में भारत की विकास दर 11.5 प्रतिशत रहेगा।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अक्तूबर 2020 में अनुमान लगाया था कि भारत की विकास दर 8.8 प्रतिशत रहेगा। इसके पीछे महामारी के बीच वैश्विक महामंदी का कारण रहा था। इसी प्रकार वैश्विक एजेंसी ने राजकोषीय संकुचन के दर को भी कम किया है पहले के अनुमान के अनुसार वो 10.3 प्रतिशत था जो 8 प्रतिशत के आसपास रहेगा।
अर्थव्यवस्था के पटरी पर लौटने के कारणों को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि भारत ने कोविड-19 वैक्सीन के निर्माण और उसके उपयोग की अनुमति देकर विश्वास को मजबूत किया है।
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