उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने 12 अगस्त को बांदा नाव हादसे में मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही मंत्री रामकेश निषाद और राकेश सचान को घटनास्थल पर तत्काल पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि बांदा जनपद में 11 अगस्त को एक नाव हादसा में अब तक 4 लोगों के शवों को निकाला गया है, जबकि जिला प्रशासन के मुताबिक अभी भी 17 लोग लापता हैं। जबकि नाव में सवार लोगों के मुताबिक लापता लोगों की संख्या 30 से अधिक है। 11 अगस्त की रात भर सर्च ऑपरेशन चलता रहा। 30 सदस्यीय एनडीआरएफ और एसटीआरपफ टीम भी नदी में डूबे लोगों के शवों को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है।
ये भी पढ़ें – रूस-यूक्रेन युद्धः क्रीमिया में रूसी वायुसेना के ‘इतने’ लड़ाकू विमान नष्ट करने का दावा
सहायता राशि देने के निर्देश
इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो मंत्रियों को मौके पर पहुंच मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद और राकेश सचान को घटनास्थल मरका गांव पहुंचने के निर्देश देते हुए कहा है कि मृतकों के परिजनों से मिलने के बाद उन्हें चार-चार लाख की सहायता राशि दी जाए।
मृतकों के नाम
प्रशासन के मुताबिक मृतकों में माया(30 वर्ष) पिन्टू (26वर्ष) महेश (6 वर्ष), संगीता(3वर्ष), जयेंद्र(15वर्ष) पुत्र प्रेमचंद्र, करन(15वर्ष) पुत्र रिज्जू, आयश कुमार(07वर्ष), फुलवा(48) और मुन्ना (50) के डूबने की पुष्टि हुई है।
नाव पलटने से हुई मौत
गौरतलब है कि जनपद केन व यमुना नदी पार कर रोजाना सैकड़ों लोग आते जाते हैं। 1995 में इसी मर्का क्षेत्र में यमुना नदी पर नाव पलटने से छह लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 2019 में खप्टियां में केन नदी में नाव पलटने से पांच लोग डूब गए थे, जिसमें नाविक सहित दो लोगों को बचा लिया गया था, तीन की मौत हो गई थी। इसके बाद भी नाव पलटने की कई छोटी-छोटी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अफसरों ने कोई सबक नहीं लिया।