Honeytrap: देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार गोरखपुर के मर्चेंट नेवी कर्मचारी राम सिंह ने यूपी एटीएस की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। उसके पाकिस्तान कनेक्शन के ना कि सिर्फ पुख्ता सबूत मिले हैं, बल्कि आईएसआई एजेंट ने उसके खाते में 1.50 लाख रुपये भी भेजे थे।
पूछताछ में सामने आया है कि राम सिंह ने पाकिस्तानी महिला जासूस को युद्धपोत की गोपनीय जानकारी दी थी। 14 माह में मिले 1.50 लाख रुपये में अपना कमीशन काटकर शेष रुपये उसने महिला जासूस कथित कीर्ति के बताए गए आठ लोगों के खाते में यूपीआई के जरिए ट्रांसफर कर दिए थे। चार महीने पहले घर आने के बाद भी वह पाकिस्तानी जासूस के संपर्क में था।
राम सिंह ने किए कई खुलासे
पूछताछ में राम सिंह से 10 लोगों का नाम मिला है, जिनमें जाट, मैकी सिद्धू, अतुल दूबे, रवि शर्मा, सविता, नरेश भाई, गड़गनी उपेंद्र और रंजन कुमार के खाते में रुपये ट्रांसफर किए हैं। उसने लखन और तरुण दहिया नाम के व्यक्ति के उसके खातों में भी रुपये भेजे थे, जिनसे वह आज तक मिला नहीं है।
फेसबुक पर हुई दोस्ती
राम सिंह ने एटीएस को बताया कि तीन साल पहले फेसबुक पर कीर्ति कुमारी के नाम के फ्रेंड रिक्वेस्ट आई, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। चैटिंग होने के बाद दोनों ने एक दूसरे का नम्बर ले लिया और वाट्सएप काल के जरिए बात होने लगी। दोस्ती होने के बाद वीडियो काल पर भी लंबी बात होती थी। कीर्ति के प्यार में पड़ने के बाद उसके कहे अनुसार युद्धपोत की फोटो भेजी थी।
उसे पता था महिला है पाकिस्तानी जासूस
उसे यह भी पता चल गया था कि महिला पाकिस्तानी जासूस है। इसके बाद भी उसके प्यार में पड़कर और रुपये की लालच में वह प्रतिबंधित फोटो भेजने लगा। कीर्ति को फोटो भेजने के बाद वह अपने मोबाइल से डिलीट कर देता था, ताकि किसी को संदेह न हो।
कौन है आरोपी?
एटीएस अधिकारियों ने बताया कि गोरखपुर के पिपराइच के रमवापुर गांव निवासी राम सिंह गोवा में शिपयार्ड नेवल बेस पर पार्ट टाइम वर्कर के रूप में काम करता था। इस दौरान उसने आईएसआई एजेंट को नौसेना के बारे में कई महत्वपूर्ण सूचना व युद्धक जहाजों की फोटो भेजी है। खाते से लेनदेन की पुष्टि हुई है। जिन नामों का उसने खुलासा किया है, उस पर एटीएस की टीम काम कर रही है जल्द ही बड़ा खुलासा होगा।