भारत ने रूस- यूक्रेन से संघर्षरत क्षेत्रों में युद्ध विराम करने का आग्रह किया है ताकि भारतीय विद्यार्थियों और नागरिकों को वहां से निकाला जा सके।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 6 मार्च को प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि भारत चाहता है कि युद्ध विराम हो। उन्होंने कहा कि युद्ध विराम इसलिए जरूरी है कि नागरिकों को जोखिम में डाले बिना, उन्हें बाहर निकाला जा सके।
सुम्मी में फंसे हैं करीब 700 विद्यार्थी
विदेश मंत्रालय की मुख्य चिंता यूक्रेन के उत्तर पूर्वी नगर सुम्मी में फंसे करीब 700 विद्यार्थियों को लेकर है। सुम्मी नगर रूस की सीमा से करीब 50 किमी तक है। इस क्षेत्र में ट्रेन सुविधा बाधित है तथा संघर्ष के कारण वाहनों का आवागमन भी नहीं हो पा रहा है।
भारत के आग्रह पर रूस ने उठाया यह कदम
इस बीच नई दिल्ली में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने कहा कि भारत के अनुरोध पर रूस के अधिकारियों ने सैकड़ों बसों का प्रबंध किया है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वहां से निकालकर रूसी क्षेत्र में लाने के लिए विशेष दल गठित किया गया है। राजदूत ने कहा कि भारतीयों को बाहर निकालने के काम में मुख्य समस्या ये है कि वे जहां फंसे हैं, वहां रूस की सेना नहीं है।