maritime sector: केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने कहा कि भारत (India) समुद्री क्षेत्र में वैश्विक शक्ति बनने की दिशा में एक अत्यंत महत्वपूर्ण पड़ाव पर खड़ा है। केंद्रीय मंत्री सोनोवाल ने यह बात ‘पीएम समुद्री अमृतकाल विजन’ के त्वरित और सुचारू कार्यान्वयन के लिए आयोजित एक मध्यावधि समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते कही।
मोदी के दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति
केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में, समुद्री अमृतकाल विजन, 2047 के ठीक एक महीने पहले मुंबई में वैश्विक समुद्री क्षेत्र भारत शिखर सम्मेलन में लॉन्च किया गया था। यह दस्तावेज़ भारत के बंदरगाहों को सक्षम करने, शिपिंग क्षेत्र को सशक्त बनाने और जलमार्गों को पुनर्जीवित करने के अंतिम लक्ष्य के साथ भारत को समुद्री क्षेत्र में वैश्विक शक्ति में बदलने की दिशा में मोदी के दृष्टिकोण की अभिव्यक्ति है।
अपने बंदरगाहों को दुनिया के शीर्ष 25 बंदरगाहों में लाने की कोशिश
सोनोवाल ने कहा कि हम अपने बंदरगाहों को दुनिया के शीर्ष 25 बंदरगाहों में शामिल कराने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें 2047 तक भारत को समुद्री क्षेत्र में वैश्विक शक्ति बनाने के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में विज़न दस्तावेज़ के अक्षरशः क्रियान्वयन का लक्ष्य रखते हुए ‘पंच कर्म संकल्प’ पर कायम रहना चाहिए।
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