भारत के अति वांछित आतंकी दाऊद इब्राहिम कासकर के परिजनों और प्यादों पर केंद्रीय गुप्तचर एजेंसियों ने शिकंजा कसा है। इसके अंतर्गत मुंबई में रहनेवाले उसके परिवारजनों और प्यादों की जांच प्रवर्तन निदेशालय और एनआईए कर रही है। इस जांच के अनुसार पिछले दो वर्षों में आतंकी दाऊद इब्राहिम (डी गैंग) का नेटवर्क फिर सक्रिय हुआ है।
डी गैंग मुंबई में हवाला रैकेट, मादक पदार्थों की तस्करी, भवन निर्माण और सट्टेबाजी में संलिप्त है। इसकी जानकारी केंद्रीय जांच एजेंसियों के पास पहुंचते ही उन्होंने दाऊद के परिजनों और गैंग के सदस्यों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। अंडरवर्ल्ड के सूत्रों के अनुसार पिछले दो वर्षों में दाऊद गैंग का महाविकास हुआ है। यह वही काल है जब राज्य में सत्ता परिवर्तन भी हुआ है। जिसके कारण अब यह प्रश्न खड़ा होता है कि, क्या राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ ढीली हुई है या कोई आका उनका समर्थन कर रहा है?
प्रवर्तन निदेशालय कर रहा जांच
मनी लॉंडरिंग के प्रकरण में प्रवर्तन निदेशालय ने दाऊद की बहन हसीना पारकर के घर समेत दस स्थानों पर छापा मारा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस छापामारी में प्रवर्तन निदेशालय के हाथ कई महत्वपूर्ण साक्ष्य लगे हैं। जिनसे इस बात की पुष्टि होती है कि, पिछले दो वर्षों में दाऊद गैंग के प्यादे फिर सक्रिय हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार वर्तमान समय में आतंकी दाऊद के प्यादे हवाला रैकेट, रियल स्टेट, सट्टा बाजार आदि में पैसे लगा रहे हैं।
एनआईए के राडार पर ‘डी’ का दड़बा
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए के राडार पर डाऊद (डी) का दड़बा (कुनबा) रहा है। उसकी आतंकी गतिविधियों पर एजेंसी की कड़ी दृष्टि लगी हुई है। कुछ समय पहले भी एनआईए ने दाऊद के अवैध व्यवसायों पर प्रकरण पंजीकृत करते हुए जांच शुरू की है।
पाकिस्तान से हो रहा संचालन
प्राप्त जानकारी के अनुसार आतंकी दाऊद पाकिस्तान से अपने अवैध धंधे का संचालन कर रहा है। इसमें वह अपने निकटवर्तीय लोगों का उपयोग कर रहा है। इसके साथ ही दाऊद गैंग की आपराधिक गतिविधियां थमी नहीं हैं, इन दो वर्षों में वह आर्थिक क्षेत्र में पैर पसार रहा है। इसमें हवाला रैकेट, सट्टा बाजार और बेटिंग रैकेट का संचालन हो रहा है। इस कार्य में उसके चार से पांच लोग सक्रिय हैं।