पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के दमाद के अमेरिका से लौटते ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 26 सितंबर की देर रात तक मैराथन पूछताछ की है। 27 सितंबर को केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि पार्थ चटर्जी के दमाद कल्याणमय भट्टाचार्य 26 सितंबर को ही अमेरिका से लौटे थे। उन्हें तुरंत नोटिस देकर सीजीओ कंपलेक्स स्थित ईडी के दफ्तर में पूछताछ के लिए बुला लिया गया था। वहां उनसे कई दौर की पूछताछ हुई है। देर रात वह वापस लौटे हैं लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं है। इसीलिए उनसे दोबारा पूछताछ होगी।
यह है मामला
खास बात यह है कि पिंगला में पार्थ चटर्जी की दिवंगत पत्नी बबली चटर्जी के नाम पर जो स्कूल बना है, उसमें कल्याणमय भी पार्टनर हैं। इसलिए उनसे कई सारे सवालों के जवाब लिए गए हैं। स्कूल बनाने में करीब 15 करोड़ रुपये खर्च हुआ है जबकि 4.5 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया गया है। कहां से पैसे आए, किस तरह से खर्च हुए इस बारे में पूछा गया है। लेकिन उनके जवाब से एजेंसी के अधिकारी संतुष्ट नहीं हैं इसलिए उनसे दोबारा पूछताछ होगी। सोमवार को उनसे सात घंटे तक पूछताछ के दौरान बयान रिकॉर्ड किया गया था। मूल रूप से पार्थ की पत्नी के नाम पर मौजूद बबली चटर्जी मेमोरियल ट्रस्ट के जरिए हासिल हुई राशि के लेनदेन के बारे में उनसे पूछा गया है।
23 जुलाई को हुई थी गिरफ्तारी
उल्लेखनीय है कि गत 23 जुलाई को पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया था। दोनों के नाम पर अभी तक 103 करोड़ रुपये की संपत्ति की जानकारी ईडी को मिली है। इस बारे में चार्जशिट के जरिए केंद्रीय एजेंसी ने कोर्ट को बताया है। इसमें दावा किया गया है कि 48.22 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की गई है जबकि उनके दो फ्लैट से 49.80 करोड़ रुपये नगद बरामद हो चुके हैं। सोने चांदी के आभूषण 5.28 करोड़ रुपये के बरामद हुए हैं जबकि विदेशी मुद्रा भी मिली है। हिन्दुस्थान समाचार / ओम प्रकाश /गंगा