जम्मू कश्मीर में डांगरी नरसंहार की आग अभी शांत नहीं हुई है, इसके पहले ही हिंदुओं के दो अपराधियों को पाकिस्तान में ढेर कर दिया गया। यह कार्य सरेआम हुआ है, जो आतंकी एजेंसी ‘इंटर सर्विसेज इन्टेलिजेन्स’ के गुप्तचर के रूप में कार्य कर रहे थे।
मुल्तान रीजन में इंटर सर्विसेज इन्टेलिजेन्स (आईएसआई) के निदेशक नावीद सादिक और नासिर अब्बास, खानेवाल जिले के पिरोवाल क्षेत्र के राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक होटल पर रुके हुए थे। वहां चाय पीने के बाद पार्किंग लॉट में दोनों गए, जहां उन पर अंधाधुंध फायरिंग हो गई और दोनों जगह पर ढेर हो गए। इसके बाद हमला करनेवाले मोटर साइकिल पर सवार होकर फरार हो गए। इस फायरिंग में मारे गए दोनों एजेट आईएसआई निदेशक नावीद सादिक और इंस्पेक्टर नासिर बट्ट की वीडियो वायरल हुआ है।
Breaking News: Some unidentified assailants has assassinated Deputy Director of Inter-Services Intelligence (ISI) – Multan Naveed Sadiq and Inspector Nasir Butt on the Peruwal Bismillah Highway in Pakistan occupied Khanewal.
+#Pakistan #PakArmy pic.twitter.com/L96Z8xkzb4— Ashwini Shrivastava (@AshwiniSahaya) January 3, 2023
भारत के विरुद्ध षड्यंत्र
फायरिंग में ढेर आईएसआई का गुप्तचर नावीद सादिक भारत के विरुद्ध षड्यंत्रों में शामिल रहा है। भारत के विरुद्ध आतंकी गतिविधियों के कारण नावीद सादिक को पाकिस्तान सरकार ने वर्ष 2021 में सितारा ए शुजात नामक पुरस्कार से सम्मानित किया था। वर्तमान समय में कश्मीर में हिंदुओं पर हो रहे हमले में नावीद सादिक की भूमिका मानी जा रही है, इसकी एक परिणति डांगरी नरसंहार है, जिसमें छह निरपराध हिंदुओं की आतंकियों ने हत्या कर दी।
ये भी पढ़ें – फतेहपुर धर्मांतरण मामलाः ‘इस’ अस्पताल के चेयरमैन को तलाश रही है पुलिस
आईएसआई को बड़ा झटका
नावीद सादिक आईएसआई का बड़ा मोहरा था। वह भारत विरोधी गतिविधियों में पूरी सक्रियता से लगा हुआ था। वर्तमान में उसका टार्गेट घाटी के हिंदू थे। उसकी हत्या को लेकर पाकिस्तान की पुलिस और आईएसआई मान रही है कि, इसमें अल कायदा का हाथ हो सकता है। लेकिन इस कार्य के पीछे आईएसआई का हथकंडा ही अपनाया गया है, जिसमें पाकिस्तानी भूमि पर ही उसके अधिकारी को ठोंक दिया गया।