इजराययल (Israel) और हमास (Hamas) के बीच युद्धविराम (Ceasefire) पर जारी बातचीत के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Prime Minister Benjamin Netanyahu) ने रविवार (4 मई) को वार्ता को बड़ा झटका देते हुए युद्ध खत्म (End of War) करने से साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि उनका देश गाजा (Gaza) में युद्ध खत्म करने की हमास की मांग मंजूर नहीं करेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नेतन्याहू ने कहा, “हम ऐसे हालात कबूल करने के लिए तैयार नहीं हैं, जिसमें हमास बटालियन अपने बंकरों से बाहर आती हैं, गाजा पर फिर से कब्जा कर लेती हैं, अपने सैन्य बुनियादी ढांचे फिर से बनाती हैं और दक्षिण के शहरों में रहने वाले इजरायल के नागरिकों को धमकी देने के लिए वापस आती हैं।” उन्होंने कहा, “इजरायल हमास की मांगों पर सहमत नहीं होगा।”
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उनका यह बयान तब आया, जब मिस्र में हमास द्वारा बंधक बनाए गए बंधकों की रिहाई के बदले में इजरायल के गाजा पर हमले को रोकने के लिए एक समझौते पर बातचीत फिर से शुरू हुई है। मुख्य विवाद यह है कि क्या इजरायली जेलों में बंधकों और फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई के लिए लगभग 40 दिनों का ठहराव स्थायी होगा, जैसा कि हमास चाहता है।
पीएम नेतन्याहू ने तर्क दिया कि प्रस्तावित समझौते से गाजा पर हमास का नियंत्रण बना रहेगा और वह इजरायल के लिए खतरा बना रहेगा। वरिष्ठ नेता इस्माइल हनीयेह के सलाहकार हमास के एक अधिकारी ने कहा कि समूह नए प्रस्ताव को “पूरी गंभीरता” के साथ देख रहा है, लेकिन उन्होंने अपनी मांग दोहराई कि किसी भी समझौते में स्पष्ट रूप से गाजा से इजरायली सेना की वापसी और युद्ध के पूर्ण अंत का जिक्र हो।
हमास ने लगभग 250 इजरायलियों को बंधक बना लिया
बता दें कि गाजा में यह युद्ध हमास के इजरायल पर हमले के बाद शुरू हुआ था। हमले के दौरान हमास ने करीब 250 इजरायलियों को बंधक बना लिया था। इजरायल का अनुमान है कि गाजा में अभी भी 128 लोग बंदी हैं, जिनमें से 35 मारे जा चुके हैं।
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