हमास द्वारा इजरायल पर हमले के बाद गाजा पट्टी की आम जनता को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। 9 अक्टूबर को तीसरे दिन भी गाजा पट्टी पर इजरायली हमले जारी हैं और कई फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है। गाजा पट्टी में इजराइल द्वारा नागरिक बस्तियों को निशाना बनाया गया। गाजा पट्टी के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, जाबिलिया शरणार्थी शिविर पर भी इजराइल ने हमला किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इजरायल ने गाजा पट्टी पर कब्जे के लिए एक लाख सैनिक उतार दिए हैं।
ऊपर से बमबारी, नीचे से नाकाबंदी
इजराइल की ओर से जहां ऊपर से बमबारी जारी है, वहीं जमीन पर भी पूरी तरह नाकाबंदी के आदेश दिए गए हैं। इजराइल की ओर से पानी यहां, बिजली, खाद्य आपूर्ति, पानी बंद करने के आदेश दिए गए हैं। सिर्फ तीन दिनों में गाजा पट्टी से 1 लाख 20 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए हैं। दूसरी ओर, इजराइल की ओर से 100,000 रिजर्व सैनिकों को गाजा पट्टी में तैनात किया गया है। बताया जा रहा है कि यहां 130 इजरायलियों को हमास ने बंधक बनाकर रखा हुआ है। इजरायली हमलों में अब तक 510 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। उधर, इजराइल में 800 लोगों की मौत हो चुकी है।
हमास लड़ाकों और इजरायली सेना के बीच खूनी झड़प
हमास के ये हमले हाल के महीनों में अल-अक्सा मस्जिद परिसर पर इजरायली निवासियों के हमले के बाद हुए हैं और इजरायल द्वारा रिकॉर्ड संख्या में फिलिस्तीनियों को मार दिया गया है। दक्षिणी इजराइल के तीन मुख्य इलाकों में हमास लड़ाकों और इज़रायली सेना के बीच खूनी झड़पें जारी हैं। करमिया के किबुत्ज़, अश्कलोन, सेडरोट शहरों पर भी हमले जारी हैं।
100 से अधिक इजराइलियों को बंधक बनाया
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, गाजा में 100 से अधिक इजराइलियों को बंधक बनाकर रखा गया है। हमास के अधिकारी मौसा अबू मरज़ौक ने अरबी भाषा में यह जानकारी दी। यह भी दावा किया गया कि हिरासत में लिए गए लोगों में वरिष्ठ इजरायली अधिकारी भी शामिल हैं। हमले को रोकने में अपनी विफलता पर सवालों से घिरी इजरायल की सेना ने कहा कि उसने गाजा सीमा के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण कर लिया है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और दर्जनों को बंदी बना लिया गया।
दावा है कि ईरान ने हमले में मदद की
एक इज़रायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि उनके देश ने गाजा के पास 100,000 आरक्षित सैनिक तैनात किए हैं। उधर, वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में भी बड़ा दावा किया गया है। ईरान ने हमास को सप्ताहांत में इज़राइल के खिलाफ एक सनसनीखेज हमले की योजना बनाने में मदद की, लेकिन संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने कहा कि ईरान हमलों में वह शामिल नहीं है। ईरान के मिशन ने एक बयान में कहा, “हम फ़िलिस्तीन के प्रति अपने अटूट समर्थन पर कायम हैं, हालांकि, हम हमले में शामिल नहीं हैं। यह पूरी तरह से फ़िलिस्तीन द्वारा किया गया है।”