इसरो के सबसे भारी राकेट ‘एलवीएम-3’ से ब्रिटिश स्टार्टअप के 36 उपग्रहों का प्रक्षेपण आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से किया जाएगा। शुक्रवार मध्यरात्रि 12:07 बजे प्रक्षेपण का 24 घंटे का काउंटडाउन शुरू हो गया है। ‘एलवीएम-3-एम2/वनवेब इंडिया-1 मिशन’ का प्रक्षेपण 23 अक्टूबर (22 अक्टूबर की मध्यरात्रि) भारतीय समयानुसार 12:07 बजे किया जाएगा।
वनवेब निजी उपग्रह संचार कंपनी है। भारत का भारती एंटरप्राइजेज वनवेब में एक प्रमुख निवेशक और शेयरधारक है। इस प्रक्षेपण के साथ ही ‘एलवीएम-3’ वैश्विक वाणिज्यिक उपग्रह प्रक्षेपण बाजार में कदम रखेगा। ‘एलवीएम-3’ को पहले ‘जीएसएलवी एमके-3’ राकेट के नाम से जाना जाता था। अंतरिक्ष विभाग और अंतरिक्ष एजेंसी की वाणिज्यिक शाखा के तहत काम करने वाले सार्वजनिक क्षेत्र के केंद्रीय उद्यम (सीपीएसआई) न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड ने ब्रिटेन स्थित वनवेब के साथ दो प्रक्षेपण अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए हैं।
Exciting news from India as we confirm the encapsulation of our 36 satellites ahead of #OneWebLaunch14. The satellites have now travelled to be attached to the LVM3 rocket ahead of launch later this month.
Thanks again to our team, as well as @isro, @NSIL_India and @Arianespace! pic.twitter.com/3y5xK0PokE
— OneWeb (@OneWeb) October 14, 2022
अंतरिक्ष विभाग के अंतर्गत काम करने वाले ‘न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड’ ने बताया कि यह हमारे माध्यम से ‘एलवीएम-3’ के जरिए पहला कमर्शियल प्रक्षेपण होगा। उन्होंने कहा कि अगले साल भी ‘एलवीएम-3’ के माध्यम से 36 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया जाएगा।
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