खुली चाबियों के ट्रैक से गुजर रही थी महाकौशल एक्सप्रेस! फिर क्या हुआ? जानिये, इस खबर में

जबलपुर रेल मंडल के उचेहरा-लगरगवां स्टेशन के बीच रेलवे लाइन से चाबियां गायब मिलीं। फिलहाल इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

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जबलपुर रेल मंडल के मैहर-सतना रेल लाइन पर महाकौशल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई। दरअसल, उचेहरा-लगरगवां स्टेशन के बीच के लगभग 100 मीटर लंबे रेलवे ट्रैक की चाबियां खोल दी थीं। इस ट्रैक से महाकौशल एक्सप्रेस 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजर गई। ट्रेन में लगभग डेढ़ हजार यात्री थे। उनकी किस्मत अच्छी थी कि ट्रेन पटरी से नहीं उतरी।

ट्रेन चालक ने दी सूचना
पटरियों से गुजरते वक्त ट्रेन के इंजन से कई चांबियां टकराई, जिसकी आवाज सुनकर ट्रेन चालक ने तत्काल इसकी जानकारी जबलपुर रेलवे कंट्रोल को दी। सूचना मिलते ही सतना और मैहर से इंजीनियरिंग और आरपीएफ के अधिकारी-जवान मौके पर पहुंच गए। जांच के दौरान देखा कि 100 लंबी मीटर पटरियों में से 158 चाबियां गायब हैं। इन चाबियों में से कुछ पटरियों के किनारे पड़ी मिलीं तो कुछ गायब थीं। तत्काल ट्रेनों की आवाजाही को रोका गया और फिर सतना से चाबियां लाकर रेलवे ट्रैक को लाक किया गया।

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अलर्ट जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए पश्चिम मध्य रेलवे आरपीएफ के आईजी पीके गुप्ता, जबलपुर रेल मंडल के सीनियर डीएससी अरुण त्रिपाठी के साथ रीवा से पुलिस विभाग के एडीजी वेकेंटेश्वर समेत पुलिस के आला अधिकारी मौक पर पहुंचे। स्थानीय पुलिस ने तत्काल मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। इस दौरान रेलवे ट्रैक पर दो साइकिल और कुछ औजार भी मिले। वहीं दो से तीन संदिग्ध लोगों के रेलवे ट्रैक के आसपास होने की जानकारी लगते ही आरपीएफ के साथ स्थानीय पुलिस के अधिकारियों ने छानबीन शुरू कर दी। इधर घटना ने जबलपुर रेल मंडल समेत प्रयागराज रेल मंडल, झांसी रेल मंडल में अलर्ट जारी कर दिया।

18 जून देर रात की घटना
रेलवे ट्रैक में पटरियों से स्लीपर को जोड़ने और ट्रैक को मजबूती देने के लिए इसे लोहे की चाबियों से कसा जाता है। इससे ट्रेन मजबूती से सुरक्षित ट्रैक से गुजरती है। घटना 18 जून की देर रात की बताई जा रही है। करीब 100 मीटर लंबे रेलवे ट्रैक पर लगभग 600 चाबियां होती हैं, जिसमें से 158 चाबी खोल दी गई थीं। इन्हें लगातार नहीं खोला, बल्कि बीच-बीच की चाबियों को खोलकर अलग किया गया था। अधिकांश चाबी रेलवे ट्रैक के आसपास मिलीं, जिससे चोरी से ज्यादा ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की संभावना बताई गई है। हालांकि रेलवे और स्थानीय पुलिस इस घटना को चोरी का रूप देकर संदिग्ध व्यक्तियों की तालाश में कई जगह छापेमारी कर रहे हैं। 19 जून की देर रात तक चाबी खोलने वाले संदिग्धों को नहीं पकड़ा जा सका।

गायब मिलीं चाबियां
जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम विवेक शील का कहना है कि उचेहरा-लगरगवां स्टेशन के बीच रेलवे लाइन से चाबियां गायब मिलीं। महाकौशल ट्रेन के ड्राइवर को इंजन से कुछ टकराने की आवाज आई, जिसकी सूचना उसने रेलवे कंट्रोल को दी। इसके बाद मौके पर इंजीनयरिंग और आरपीएफ के अधिकारी पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरपीएफ और स्थानीय पुलिस ऐसा करने वालों की तालाश कर रही है।

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