जयपुर पुलिस की ओर से शहर में चलाए जा रहे ऑपरेशन क्लीन स्वीप अभियान के तहत जयपुर कमिश्नरेट की स्पेशल टीम (सीएसटी) ने चौमूं और हरमाडा थाना इलाके में अवैध मादक पदार्थ तस्करी के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिनका सरगना बीएसएफ का इंस्पेक्टर निकला है। जो मणिपुर में तैनात है और आसाम से अफीम को जयपुर लेकर आता है। इसके बाद जयपुर व आस पास जिलों में अपने नेटवर्क के जरिए अफीम की सप्लाई कर गलत तरीके से लाखों रुपए कमा रहा था। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजय पाल लांबा ने बताया कि क्राइम ब्रांच टीम की ओर से हरमाड़ा व चोमू इलाके में कार्रवाई करते हुए आरोपित तस्कर सीकर के खंडेला निवासी राजेंद्र कुडी(42), हरमाड़ा निवासी कैलाश देवन्दा (40) व चौमूं निवासी मदन बराला(49) को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कब्जे से एक किलो 385 ग्राम अफीम व वारदात में प्रयुक्त कार और 70 हजार रुपये की नकदी बरामद की गई है। आरोपित राजेंद्र कुड़ी नार्थ वेस्ट मणिपुर में बीएसएफ इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है।
पूछताछ में मिली ये जानकारी
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी मणिपुर व आसपास के इलाकों में करीब एक लाख 20 हजार रुपए किलोग्राम के हिसाब से अफीम खरीदता है। इसके बाद जयपुर व सीकर में लाकर इसे बेचता है। यहां एक लाख 80 हजार रुपए से दो लाख रुपए किलोग्राम तक अफीम को बेचा जाता है। ऐसे में अफीम बेचकर बड़ा मुनाफा कमा रहा था। पुलिस की ओर से आरोपी के जयपुर व सीकर ठिकानों पर दबीश दी गई। दबिश के दौरान आरोपी के ठिकानों से 4 किलो 702 ग्राम अफीम, 1 पिस्टल, 2 मैग्जीन व 12 जिन्दा कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस जांच में सामने आ रहा है कि आरोपी इंस्पेक्टर व उसके साथी जयपुर व सीकर में अफीम को बड़े डीलर व सप्लायर्स को देते थे। जो जयपुर, सीकर के अलावा अन्य जगहों पर अफीम को सप्लाई करते हैं। ऐसे में अब पुलिस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही हैं।