जालना के वो पुलिस कर्मी निलंबित… अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक करेंगे जांच

महाराष्ट्र में पुलिस की गरिमा पर लगातार प्रहार हो रहा है। पालघर साधू काण्ड, ठाणे मंत्री के घर युवक की पिटाई, सचिन वाझे और मनसुख हिरेन का प्रकरण राज्य में संपूर्ण पुलिस की साख पर सवालिया निशान लगाता रहा है।

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जालना में युवक की अमानवीय पिटाई का हर्जाना पुलिसवालों को भुगतना पड़ा है। पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया गया है। इसको लेकर असंतोष की आग पूरे राज्य में थी। इस वीडियो को देखने के बाद लोगों में पुलिस की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े होने लगे थे।

10 अप्रैल 2021 को एक निजी अस्पताल में भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला महासचिव शिवराज नारियलवाले की बेरहमी से पुलिस कर्मियों ने पिटाई की थी, इसका वीडियो वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक विनायक देशमुख ने एक अधिकारी समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। इस प्रकरण की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के द्वारा की जाएगी।

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ये है प्रकरण
10 अप्रैल, 2021 को 26 वर्षीय दर्शन देवावाले की मौत से नाराज उसके परिजन अस्पताल में हंगामा कर रहे थे। जिसके बाद तत्काल पुलिस को बुलाया गया। उपविभागीय पुलिस अधिकारी सुधीर खिरडकर के साथ कदीम जालना के पुलिस निरीक्षक प्रशांत महाजन समेत कई पुलिस कर्मी घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिसकर्मियों ने भीड़ को समझाने का प्रयत्न किया। यह प्रकरण जालना के दीपक अस्पताल का था। इस अस्पताल में कोविड 19 संक्रमित भी भर्ती थे। परिजनों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि वे पुलिस के समझाने से संतुष्ट नहीं हो रहे थे। आरोप है कि इस बीच वहां भारतीय जनता युवा मोर्चा का जिला महासिचव शिवराज नारियलवाले भी किसी काम से पहुंचा था। उसने पीड़ितों का आक्रोश देखा तो पुलिस से बात करने लगा। इससे पुलिस का पारा ऐसा चढ़ा कि शिवराज को उसका इंसाफ तत्काल भुगतान पड़ा, जिसमें पुलिस के डंडे टूट गए, हाथ थक गए और लातों से मारकर आक्रोश ठंडा कर दिया।

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