Jammu & Kashmir: जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बाद से आतंकी हमलों में वृद्धि, 15 दिनों में 19 की मौत

पिछले दो हफ़्तों में जम्मू-कश्मीर में सात आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें सबसे हालिया हमला 24 अक्टूबर की शाम को गुलमर्ग में हुआ जिसमें चार लोगों की जान चली गई।

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Jammu & Kashmir: पिछले दो हफ़्तों में जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) में हुए सिलसिलेवार आतंकी हमलों (serial terrorist attacks) में एक दर्जन से ज़्यादा लोगों की जान चली गई है, जिससे विधानसभा चुनावों (assembly elections) के बहुप्रतीक्षित नतीजों के बाद केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) में शांति भंग हुई है।

पिछले दो हफ़्तों में जम्मू-कश्मीर में सात आतंकी हमले हुए हैं, जिनमें सबसे हालिया हमला 24 अक्टूबर की शाम को गुलमर्ग में हुआ जिसमें चार लोगों की जान चली गई।

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व्यापक तलाशी अभियान शुरू
24 अक्टूबर (गुरुवार) शाम को उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला जिले में पर्यटक स्थल से कुछ किलोमीटर दूर सेना के वाहन को निशाना बनाकर आतंकी हमला किया गया। इस हमले में सेना के दो अधिकारी और दो नागरिक पोर्टर मारे गए, जबकि कई अन्य घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सुरक्षा बलों ने तुरंत ही हमले के स्थल के पास गुलमर्ग में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया तथा इलाके के आसपास के सभी यात्रा मार्गों को सील कर दिया।

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सात लोगों की हत्या
गुलमर्ग में सेना के वाहन पर हमले से कुछ घंटे पहले ही जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके में आतंकवादियों ने उत्तर प्रदेश के एक मजदूर को गोली मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। यह हमला कश्मीर के गंदेरबल जिले में छह गैर स्थानीय मजदूरों और एक स्थानीय डॉक्टर सहित सात लोगों की हत्या के ठीक चार दिन बाद हुआ था। यह क्रूर आतंकी हमला 20 अक्टूबर को हुआ था, जब आतंकवादियों ने जेड-मोड़ सुरंग निर्माण स्थल पर पीड़ितों पर गोलियां चलाई थीं।

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बिहार के एक मजदूर की हत्या
18 अक्टूबर को शोपियां जिले में बिहार के एक मजदूर को आतंकवादियों ने गोली मार दी थी। उस व्यक्ति को करीब एक दर्जन बार गोली मारी गई थी और गोलियों से छलनी शव जैनापोरा के वाची इलाके में एक खेत में पड़ा मिला था। एक अन्य हमले में, 9 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में एक प्रादेशिक सेना के जवान का गोलियों से छलनी शव मिला था। जवान की पहचान हिलाल अहमद भट के रूप में हुई है, जिसे उसके एक साथी के साथ अगवा कर लिया गया था, जो आतंकवादियों से बच निकलने में कामयाब रहा।

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5000 राउंड फायरिंग
इस साल की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों ने ग्राम विकास समिति (वीडीसी) के घर पर हमला किया था। मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था। जुलाई में कठुआ जिले में आतंकवादियों द्वारा ग्रेनेड फेंकने और सेना के दो वाहनों पर गोलीबारी करने के बाद पांच सैनिक मारे गए थे। यह हमला मचेदी-किंडली-मल्हार पर्वतीय क्षेत्र में हुआ था और भारतीय सेना ने हमलावर आतंकवादियों पर 5000 राउंड फायरिंग करके जवाबी कार्रवाई की थी।

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