जापान का चंद्र मिशन तीसरी बार फिर रुका, बताया गया ये कारण

जापान की अंतरिक्ष एजेंसी 'जाक्सा' अपने सबसे विश्वसनीय हैवी पेलोड रॉकेट से एक एडवांस इमेजिंग सैटेलाइट और एक हल्के वजनी लैंडर को चांद पर भेजनी वाली थी।

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जापान का चंद्र मिशन एक बार फिर निलंबित हो गया है, क्योंकि खराब मौसम के चलते तीसरी बार ‘चंद्र मिशन’ की लॉन्चिंग नहीं हो सकी। 28 अगस्त को जापान के चंद्र मिशन को उड़ान भरने से 30 मिनट पहले ही रोकने का फैसला किया गया, क्योंकि लॉन्चिंग के लिए मौसम सहीं नहीं था। अब अगली लॉन्चिंग कब होगी, यह तय नहीं है।

जापान का लैंडर जनवरी में चांद की सतह पर करने वाला था लैंड
जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ‘जाक्सा’ अपने सबसे विश्वसनीय हैवी पेलोड रॉकेट से एक एडवांस इमेजिंग सैटेलाइट और एक हल्के वजनी लैंडर को चांद पर भेजनी वाली थी। जापान के इस मिशन को ‘स्मार्ट लैंडर फॉर इनवेस्टिंगेटिंग मून’ यानी स्लिम कहा जा रहा है। इसकी सटीकता की वजह से इसे मून स्नाइपर भी कहा जा रहा है। मिशन के मुताबिक जापान का लैंडर जनवरी में चांद की सतह पर लैंड करता, लेकिन खराब मौसम के चलते यह लॉन्चिंग टालनी पड़ी। इससे पहले 26 अगस्त की सुबह मिशन को लॉन्च किया जाना था, लेकिन खराब मौसम के चलते इसे 27 अगस्त के लिए टाल दिया गया। 27 अगस्त को दूसरी बार इसे 28 अगस्त तक के लिए टाला गया, किन्तु मौसम अनुकूल न रहने पर जापानी अंतरिक्ष एजेंसी ने फिलहाल मिशन को टालने का फैसला किया है।

लॉन्चिंग की अगली तारीख का ऐलान अभी तक नहीं
रॉकेट तैयार करने वाली मित्सुबिशी हैवी इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अभी तक कोई बयान जारी नहीं किया है और ना ही लॉन्चिंग की अगली तारीख का ऐलान किया है। जापान यदि चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने में सफल रहा, तो वह ऐसा करने वाला भारत के बाद पांचवां देश बन जाएगा।

रूस का लूना-25 क्रैश
बीते हफ्ते ही रूस का लूना-25 मिशन चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग में विफल रहा था। हालांकि, भारत के चंद्रयान-3 मिशन ने सफलतापूर्वक लैंडिंग करके इतिहास रच दिया। अमेरिका, रूस, चीन और हाल ही में भारत चांद की सतह पर सफल लैंडिंग कर चुके हैं।

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