Jharkhand Bridge Collapse: गिरिडीह में गिरा निर्माणाधीन पुल, ‘इतने’ करोड़ की लागत से बन रहा था ब्रिज

यह पुल फतेहपुर-भेलवाघाटी मार्ग पर डुमरीटोला और कारीपहरी गांवों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है।

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Jharkhand Bridge Collapse: झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह जिले (Giridih district) में आज (30 जून) भारी बारिश (heavy rain) के कारण अरगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा ढह (under-construction bridge collapsed) गया और एक खंभा झुक गया। यह घटना झारखंड की राजधानी रांची से करीब 235 किलोमीटर दूर देवरी ब्लॉक में शनिवार रात को हुई। इस घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

यह पुल फतेहपुर-भेलवाघाटी मार्ग पर डुमरीटोला और कारीपहरी गांवों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। गिरिडीह के सड़क निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता विनय कुमार ने मीडिया को बताया, “पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। शनिवार रात भारी बारिश के कारण पुल का एक सिंगल-स्पैन गर्डर गिर गया और एक पिलर झुक गया। ठेकेदार को उस हिस्से को फिर से बनाने के लिए कहा गया है।”

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गर्डर पर ढलाई का काम
हालांकि, उन्होंने पुल की परियोजना लागत के बारे में कुछ नहीं बताया। सूत्रों के अनुसार, पुल का निर्माण करीब 5 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है और यह झारखंड के गिरिडीह और बिहार के जमुई जिले के सुदूर गांवों को जोड़ेगा। एक अन्य इंजीनियर ने बताया कि गर्डर पर ढलाई का काम एक सप्ताह पहले ही पूरा हो गया था और इसे मजबूत होने में कम से कम 28 दिन लगेंगे।

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बिहार में पुल ढहा
बिहार के मधुबनी जिले में शुक्रवार (28 जून) को एक और निर्माणाधीन पुल ढह गया, जो पिछले 11 दिनों में पांचवीं ऐसी घटना है। ताजा घटना मधुबनी जिले के भेजा थाना क्षेत्र की है, जो राज्य के उत्तरी छोर पर नेपाल की सीमा पर स्थित है। अधिकारियों ने इस घटना के बारे में कुछ नहीं बताया, हालांकि ग्रामीण निर्माण विभाग के सूत्रों ने, जिसे 75 मीटर लंबे पुल के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया था, पुष्टि की कि कुछ दिन पहले एक खंभा बह गया था। गुरुवार को 77 मीटर लंबे इस पुल के दो पिलरों के बीच लंबे गार्डर का एक हिस्सा गिर गया। इस लापरवाही को छिपाने के लिए प्रशासन ने टूटे हुए हिस्से को प्लास्टिक से ढक दिया, ताकि लोगों को पुल गिरने का पता न चल सके।

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