उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 8 नवंबर को कैराना का दौरा किया था। उसके बाद से वहां के गुंडे-बदमाशों में खौफ का माहौल है। वे सीएम के इशारे को अच्छी तरह समझ रहे हैं। इसलिए वे बाहर से ज्यादा जेल में अपने आपको सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यही कारण है कि कैराना का खौफ कहा जाने वाले कुख्यात गुंडा फुरकान अपनी जमानत रद्द करवाकर फिर से जेल में चला गया है।
सीएम योगी ने अपने दौरे के दौरान अपराधियों द्वारा मारे गए व्यापारियों के परिवारों से मुलाकात कर उन्हें इंसाफ देने का आश्वासन दिया है। साथ ही उन्होंने उन्हें बिना किसी डर-भय के रहने को कहा है।
सीएम ने दिया था सख्त संदेश
8 अक्टूबर को कैराना दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री ने बदमाशों को सख्त संदेश दिया था। सीएम ने कहा था कि पिछले साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश का ऐसा माहौल है कि अपराधी और गुंडे चलने के लायक भी नहीं रह गए हैं। जिसने भी निर्दोष व्यापारियों या लोगों पर गोली चलाई, उसके सीने पर गोली मारकर उसे दूसरे लोक की यात्रा करा दी गई। अगर यहां कोई दंगा करेगा, तो केवल वही नहीं, उसकी आने वाली पीढ़ियां भी भुगतेंगी। उन्होंने कहा था कि कैराना के लोगों को पलायन कराने वाले अब खुद पलायन कर गए हैं।
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कौन है फुरकान?
अगस्त 2014 में कैराना में व्यापारी विनोद सिंघल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या का आरोपी कैराना के फुरकान को बताया गया था। फुरकान पर हत्या के साथ ही लूट और धन उगाही जैसे डेढ़ दर्जन मामले दर्ज हैं। व्यापारी की हत्या के बाद फुरकान को कैराना का खौफ कहा जाने लगा था। हालांकि कुछ समय बाद उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और जेल भेज दिया था। लेकिन बाद में वह जमानत पर रिहा हो गया था। बाहर आने के बाद उसने फिर से व्यापारियों से धन उगाही करने के साथ उनमें दहशत फैलाने का प्रयास शुरू कर दिया था। इसके कारण पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया था। बताया यह भी जा रहा है कि पुलिस के साथ एक मुठभेड में फुरकान घायल हो गया था। इस घटना में दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे।