कानपुर में हुई हिंसा में पुलिस ने कड़ाई से कार्रवाई शुरू कर दी है। अब तक लगभग 35 लोग गिरफ्तार किये गए हैं। इसमें तीन एफआईआर पंजीकृत की गई है, जिसमें 40 नामजद हैं और एक हजार से अधिक अज्ञात लोगों का समावेश है।
इस प्रकरण में जो तीन एफआईआर पंजीकृत हैं उनमें से दो पुलिस ने दर्ज कराई है, जबकि एक एफआईआर स्थानीय ने कराई है। इसमें तोड़फोड़, हिंसा, लूटपाट का आरोप है। घटनास्थल के वीडियो, सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। इसमें जो चेहरे आतंक करते हुए दिख रहे हैं, उनके नाम पुलिस शिकायत में सम्मिलित किये जा रहे हैं। प्रकरण में शुक्रवार को ही पुलिस ने कहा था कि, किसी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
चलेगा बुलडोजर
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानपुर में रहते हुए दंगा हुआ है। इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों से घटना की जानकारी ली है। उन्होंने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार उसके पास इस घटना के बहुत सारे वीडियो हैं, जिसके आधार पर किसी भी दंगाई को छोड़ा नहीं जाएगा। इस प्रकरण में सभी के विरुद्ध गैंगस्टर ऐक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की जा रही है, जिसमें क्षतिपूर्ति के अंतर्गत संपत्ति की कुर्की, घर पर बुलडोजर भी चलेगा।
अधिकारी लगातार कर रहे गश्त
बेकनगंज और आसपास के क्षेत्र में जिलाधिकारी नेहा शर्मा, पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा खुद सड़कों पर गश्त कर रहे हैं। पुलिस की ओर से लोगों को शांत रहने की अपील की जा रही है।