Katchatheevu Island: विदेश मंत्रालय (Ministry of Foreign Affairs) की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नई दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को 1 अगस्त (गुरुवार) सुबह विदेश मंत्रालय बुलाया गया और एक भारतीय मछुआरे की मौत पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया।
बयान में कहा गया है कि उसी दिन पहले कच्चातीवु द्वीप से 5 समुद्री मील उत्तर में श्रीलंकाई नौसैनिक पोत (Sri Lankan naval vessel) और भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव (Indian fishing boat) के बीच टक्कर की खबर मिली थी।
A collision was reported early this morning between a Sri Lankan naval vessel and an Indian fishing boat 5 nautical miles north of Katchatheevu Island. Out of the four Indian fishermen who were on board the vessel, one unfortunately lost his life and another is missing. Two of… pic.twitter.com/dPajzO95a9
— ANI (@ANI) August 1, 2024
प्रियंगा विक्रमसिंघे को बुलाया
भारत ने गुरुवार को श्रीलंका के समक्ष एक श्रीलंकाई नौसैनिक पोत और एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव के बीच हुई टक्कर पर कड़ा विरोध दर्ज कराया, जिसमें एक मछुआरे की मौत हो गई और एक अन्य लापता हो गया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस घटना पर विरोध दर्ज कराने के लिए विदेश मंत्रालय ने गुरुवार सुबह श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त प्रियंगा विक्रमसिंघे को बुलाया।
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दो मछुआरों को बचा लिया गया
जुलाई में भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव को जब्त करने के लिए एक अभियान के दौरान श्रीलंकाई नौसेना के एक कर्मी की मौत के बाद से मछली पकड़ने को लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया है। गुरुवार की सुबह कच्चाथीवु द्वीप से पांच समुद्री मील उत्तर में एक स्थान पर श्रीलंकाई नौसेना के एक जहाज और एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव के बीच टक्कर की खबर मिली। बयान में कहा गया, “जहाज पर सवार चार भारतीय मछुआरों में से एक की दुर्भाग्यवश मौत हो गई और एक अन्य लापता है।” दो मछुआरों को बचा लिया गया और उन्हें कांकेसंथुराई तट पर लाया गया। लापता भारतीय मछुआरे की तलाश जारी है।
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हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश
जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों को कांकेसंथुराई जाकर मछुआरों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया गया है। बयान में कहा गया है, “नई दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को आज सुबह विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और इस घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया। हमने दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से हुई जानमाल की हानि पर अपना दुख और पीड़ा व्यक्त की है।” बयान में कहा गया है कि कोलंबो में भारत के उच्चायुक्त संतोष झा भी गुरुवार को बाद में श्रीलंका सरकार के समक्ष इस मामले को उठाएंगे।
भारत सरकार का बयान
बयान में कहा गया है कि भारत सरकार ने “हमेशा मछुआरों से संबंधित मुद्दों को मानवीय और मानवीय तरीके से निपटाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।” इस संबंध में दोनों सरकारों के बीच मौजूदा समझ का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए कि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति न हो या बल प्रयोग का सहारा न लिया जाए।”
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समुद्री सीमा का उल्लंघन
भारत सरकार भारतीय मछुआरों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है, तथा उनसे संबंधित मुद्दों को नियमित रूप से श्रीलंकाई नेतृत्व के साथ उच्चतम स्तर पर उठाया जाता रहा है। हर साल दर्जनों भारतीय और श्रीलंकाई मछुआरों को समुद्री सीमा का उल्लंघन करने या अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में दोनों देशों द्वारा गिरफ्तार किया जाता है।
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