कोल्हापुर जिले में पान्हाला तहसील के काखे गांव के पास 12 घंटे तक पेड़ पर फंसे बाढ़ पीड़ित को जिला आपदा प्रबंधन टीम ने 28 जुलाई को सुबह भारी मशक्कत के बाद सुरक्षित बचा लिया है। वह संतुलन बिगड़ जाने से बाढ़ के पानी में गिर गया था, लेकिन किसी तरह जान बचाकर पेड़ पर 12 घंटे तक अटके रहे।
पिछले कई दिनों से जिले में हो रही भारी बारिश के कारण कोल्हापुर जिला कल रेड अलर्ट पर था। भारी बारिश के चलते यहां की नदियां उफान पर हैं। जिले की मुख्य नदी वारणा का जलस्तर चेतावनी के स्तर तक पहुंच गया है और जिले में बाढ़ आ गई है। इससे नदी के पानी का बहाव तेज हो गया है। बारिश का पानी शहर तक पहुंच गया है।
पेड़ पर बिताई पूरी रात
बाढ़ पीड़ित बजरंग खामकर ने बताया कि संतुलन बिगड़ जाने से वे रात करीब 9 बजे वारणा नदी की बाढ़ के पानी में अचानक गिर गए थे। बजरंग खामकर पानी के तेज बहाव में बह गये। वे नदी के किनारे एक पेड़ के पास पहुंचे और पेड़ पर ही सारी रात बिताई। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस और जिला आपदा प्रबंधन की टीम मौके पर पहुंची और किसी तरह बजरंग खामकर को बचाया गया।
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भारी बारिश का पूर्वानुमान
कोल्हापुर में 28 जुलाई भी भारी बारिश हो रही है। इसलिए निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। वारणा नदी का पानी शहर में घुस गया है, इससे लोगों को बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला आपदा प्रबंधन की टीम नदी के तटीय इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रही है।