Kolkata में ट्रेनी महिला डॉक्टर की हत्या के खिलाफ देशभर के चिकित्सकाें में रोष है। देश भर के कई सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरर्स हड़ताल पर हैं। इस बीच फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखकर डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अविरल माथुर ने कहा कि पूरे देश के चिकित्सक आरजी कर मेडिकल कॉलेज के मामले में एकजुट हैं।
सीबीआई से जांच कराने की मांग
फोर्डा इंडिया के अध्यक्ष डॉ. अविरल माथुर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि फोर्डा ने गृहमंत्री को लिखे पत्र में पांच मांगें की हैं। इसमें रेजीडेंट डॉक्टरों को सुविधा देने, आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जिम्मेदार अधिकारियों का इस्तीफा लेने, डॉक्टरों के साथ पुलिस क्रूरता बंद करने, मृतका को त्वरित न्याय दिलाए जाने के साथ ही स्वास्थ्यकर्मियों के लिए सुरक्षा प्रोटोकॉल और विशेषज्ञ समिति का गठन किया जाना शामिल है। माथुर ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर कई अस्पताल में हड़ताल पर हैं। हमने आपातकालीन सेवाओं में डॉक्टरों की संख्या बढ़ा दी है। विरोध प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों की मांग है कि सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया जाए। इस मामले की पारदर्शी तरीके से जांच हो और मामाले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए।
स्वास्थ्य सचिव से की मांग
महासचिव डॉ. सर्वेश पांडे ने कहा कि फोर्डा ने स्वास्थ्य सचिव से मुलाकात की। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल को तुरंत हटाया जाना चाहिए, सीबीआई जांच होनी चाहिए। हम अपनी हड़ताल तब तक जारी रखेंगे जब तक कि हमें लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता। हड़ताल के दौरान वैकल्पिक सर्जरी में बाधा आएगी और केवल आपातकालीन सेवाएं ही काम करेंगी।
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यहल है मामला
उल्लेखनीय है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ दरिंदगी की घटना 8-9 अगस्त की दरमियानी रात की है। मृतक मेडिकल कॉलेज में चेस्ट मेडिसिन विभाग की स्नातकोत्तर द्वितीय वर्ष की छात्रा और प्रशिक्षु डॉक्टर थीं। 8 अगस्त को अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद रात के 12 बजे से वो गायब थीं। 9 अगस्त की सुबह उस वक्त मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया, जब चौथी मंजिल के सेमिनार हॉल से अर्ध नग्न अवस्था में डॉक्टर का शव बरामद हुआ।