Kolkata Rape-Murder Case: एक बड़े घटनाक्रम में, आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital) के पूर्व प्रिंसिपल (former principal) संदीप घोष (Sandip Ghosh) को सोमवार (2 सितंबर) को भ्रष्टाचार के एक मामले (corruption case) में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया।
यह तब हुआ जब कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) दो समानांतर जांच कर रहा है- पहली बलात्कार और हत्या के मामले में और दूसरी आरजी कर अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं पर, जहां 9 अगस्त को एक प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ क्रूर बलात्कार और हत्या हुई थी।
Kolkata, West Bengal | Former Principal of RG Kar Medical College Sandip Ghosh taken to CBI Anti Corruption Branch from CBI special crime branch office. More details awaited
— ANI (@ANI) September 2, 2024
भ्रष्टाचार मामले में सीबीआई जांच
सीबीआई वर्तमान में मामले की जांच कर रही है, और अपराध के सिलसिले में कोलकाता पुलिस के एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने राज्य स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव देबल कुमार घोष की शिकायत के आधार पर घोष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। प्राथमिकी में कई व्यवसायों को भी निशाना बनाया गया है, जिनमें मेसर्स मा तारा ट्रेडर्स, मेसर्स ईशान कैफे और मेसर्स खामा लौहा शामिल हैं, जो कथित वित्तीय कदाचार में फंसे हुए हैं।
यह भी पढ़ें- Canada: वैंकूवर में पंजाबी गायक एपी ढिल्लों के घर के बाहर गोलीबारी, इस गैंग ने ली जिम्मेदारी
लावारिस शवों की अवैध बिक्री
संदीप घोष पर गंभीर आरोप हैं। इनमें लावारिस शवों की अवैध बिक्री, बायोमेडिकल कचरे की तस्करी और छात्रों पर परीक्षा पास करने के लिए रिश्वत का दबाव डालना शामिल है। उनका कार्यकाल विवादों से भरा रहा, जिसमें अस्पताल में 31 वर्षीय डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के बाद उन्हें हटाया जाना और फिर बहाल किया जाना शामिल है। सीबीआई ने इस मामले में शामिल संदीप घोष और चार अन्य डॉक्टरों के लिए पॉलीग्राफ टेस्ट भी किए हैं। पॉलीग्राफ टेस्ट, जिसे आमतौर पर झूठ डिटेक्टर टेस्ट के रूप में जाना जाता है, से जांच में और जानकारी मिलने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें- J-K Assembly polls: भाजपा ने 6 उम्मीदवारों की चौथी सूची की जारी, यहां जानें नाम
संदीप घोष पर ईडी का शिकंजा भी कसेगा
इस बीच, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी आरजी कर से जुड़ी कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दायर की है। मामले से जुड़ी संदिग्ध मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए आधिकारिक तौर पर जांच शुरू हो गई है।
यह भी पढ़ें- Lavasa City: पश्चिमी घाटों से घिरा लवासा के बारे में जानें
वित्तीय अनियमितताओं की जांच
संदीप घोष के लिए मुश्किलें और बढ़ गई हैं, क्योंकि ईडी उनके कार्यकाल के दौरान कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच में शामिल हो गया है। यह पहले की सीबीआई जांच के बाद हुआ है। सीबीआई की एफआईआर के आधार पर ईडी के मामले में आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप शामिल हैं। जांच कई संबंधित व्यवसायों तक भी फैली हुई है, जिन पर अनियमितताओं में शामिल होने का संदेह है। भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने 28 अगस्त को संदीप घोष की सदस्यता निलंबित करते हुए कहा, “आईएमए बंगाल राज्य शाखा के साथ-साथ डॉक्टरों के कुछ संघों ने भी आपके द्वारा पूरे पेशे को बदनाम करने की प्रकृति का हवाला देते हुए कार्रवाई की मांग की है।”
यह वीडियो भी देखें-
Join Our WhatsApp Community