Kolkata Rape-Murder Case: पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को राहत नहीं, ‘इतने’ दिनों सीबीआई हिरासत

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 10 दिन की हिरासत की मांग करते हुए तर्क दिया था कि भ्रष्टाचार के मामले में एक बड़ा गठजोड़ शामिल है जिसकी गहन जांच की जरूरत है।

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Kolkata Rape-Murder Case: कोलकाता (Kolkata) की एक अदालत ने 3 सितंबर (मंगलवार) को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (RG Kar Medical College and Hospital) के पूर्व प्राचार्य (former principal) संदीप घोष (Sandip Ghosh) और तीन अन्य को सरकारी संस्थान (three others arrested) में कथित वित्तीय अनियमितताओं के सिलसिले में आठ दिनों के लिए सीबीआई की हिरासत (CBI custody for eight days) में भेज दिया।

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने 10 दिन की हिरासत की मांग करते हुए तर्क दिया था कि भ्रष्टाचार के मामले में एक बड़ा गठजोड़ शामिल है जिसकी गहन जांच की जरूरत है। सीबीआई ने अलीपुर जज कोर्ट को बताया, “हमने अभी चार लोगों को गिरफ्तार किया है। एक बड़ा गठजोड़ है जिसे उजागर करने की जरूरत है, और इसलिए हम उनसे पूछताछ की मांग कर रहे हैं। हमें पूरे गठजोड़ का पता लगाने के लिए उनकी हिरासत की जरूरत है।”

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दो विक्रेताओं को गिरफ्तार
2 सितंबर (सोमवार) को, संघीय एजेंसी ने घोष, उनके सुरक्षा गार्ड और दो विक्रेताओं को गिरफ्तार किया, जो अस्पताल को सामग्री की आपूर्ति करते थे, जहां पिछले महीने 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ कथित तौर पर बलात्कार और हत्या की गई थी। सीबीआई ने घोष को एक एफआईआर में नामजद किया है और आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश) लगाई है जिसे आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के साथ पढ़ा जाना है।

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सीबीआई को स्थानांतरित
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय कदाचार की जांच ने इस सुविधा के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली के नए आरोपों के बाद गति पकड़ी है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 23 अगस्त को अली की याचिका पर जांच को राज्य द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) से सीबीआई को स्थानांतरित करने का आदेश दिया, जिन्होंने कथित वित्तीय कदाचार के कई मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जांच की मांग की थी। उच्च न्यायालय के समक्ष अपनी याचिका में अली ने घोष पर लावारिस शवों की अवैध बिक्री, बायोमेडिकल कचरे की तस्करी और दवा और चिकित्सा उपकरण आपूर्तिकर्ताओं द्वारा भुगतान किए गए कमीशन के बदले निविदाएं पारित करने का आरोप लगाया।

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तलाशी अभियान चलाया
सीबीआई ने पहले ही घोष के आवास पर एक दिन का तलाशी अभियान चलाया है और वित्तीय कदाचार और चिकित्सक की हत्या की चल रही जांच दोनों से संबंधित पॉलीग्राफ परीक्षण किए हैं। एजेंसी ने भ्रष्टाचार के मामले में मेसर्स मा तारा ट्रेडर्स, मेसर्स ईशान कैफे और मेसर्स खामा लौहा सहित कई संस्थाओं के खिलाफ भी मामले दर्ज किए हैं।

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