सीबीआई के जज को धमकी भरा पत्र भेजने के मामले में ईस्ट बर्दवान के एक वकील को गिरफ्तार किया गया है। आरोपित का नाम सुदीप्त रॉय है। आसनसोल साउथ थाने की पुलिस ने 29 अगस्त की देर रात उसके मोबाइल फोन को ट्रैक कर आसनसोल कोर्ट के सामने से गिरफ्तार कर लिया।
अणुव्रत मंडल से जुड़ा है मामला
दरअसल, 24 अगस्त को आसनसोल की विशेष सीबीआई अदालत में मवेशी तस्करी मामले में अणुव्रत मंडल की सुनवाई हुई। आरोप है कि उससे एक दिन पहले 23 अगस्त को सीबीआई के जस्टिस राजेश चक्रवर्ती को धमकी भरा पत्र मिला था। पत्र में लिखा था कि तस्करी मामले में तृणमूल नेताअणुव्रत मंडल को जमानत नहीं दी गई तो उनके परिवार वालों को एनडीपीएस यानी ड्रग मामले में फांसा दिया जायेगा। पत्र में प्रेषक का नाम बप्पा चटर्जी, उनके हस्ताक्षर और सरकारी मुहर था। बाद में पता चला कि पत्र भेजने वाला व्यक्ति बर्दवान कार्यकारी न्यायालय में पेशकर के रूप में काम करता है। आसनसोल दक्षिण पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने बप्पा चटर्जी को बर्दवान के शंखरीपाड़ा से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी खुद को बता रहा है बेगुनाह
इस मामले के मुख्य आरोपित बप्पा का बयान 26 अगस्त को दर्ज किया गया था। बप्पा ने दावा किया कि वह बेगुनाह है। उन्होंने कहा कि जज को भेजे गए धमकी भरे पत्र में मेरे हस्ताक्षर और मुहर जाली हैं। आसनसोल साउथ थाने की पुलिस ने बप्पा से पूछताछ के बाद वकील सुदीप्त रॉय का नाम सामने आया। जिसके बाद सोमवार 29 अगस्त को सुदीप्त रॉय का फोन को ट्रैक कर आसनसोल कोर्ट के सामने बस से उतरते ही गिरफ्तार कर लिया।
सीबीआई ने अणुव्रत को किया है गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने मवेशी तस्करी के मामले में 11 अगस्त को तृणमूल नेता अणुव्रत मंडल को उनके बोलपुर स्थित घर से गिरफ्तार किया था। 24 अगस्त को उन्हें फिर से सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया। जहां जज ने अणुव्रत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा।